चक्रधर समारोह में गूंजी सितार की धुन: डॉ. लवली शर्मा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से बांधा समां, श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

डॉ. लवली शर्मा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से बांधा समां
अमित गुप्ता- रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में आयोजित चक्रधर समारोह के चौथे दिन मंच पर सितार की जादुई तानें गूंजी। इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की कुलपति और देश की प्रख्यात सितार वादक प्रो. डॉ. लवली शर्मा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस दौरान श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से किया डॉ. शर्मा का उत्साहवर्धन।
प्रो. डॉ. लवली शर्मा ने 15 वर्ष की उम्र में अपनी गुरु श्रीमती वीणाचंद्रा से सितार की शिक्षा ली है। उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध सितार वादक श्री कल्याण लहरी से उच्च प्रशिक्षण प्राप्त किया है। लवली शर्मा आगरा विश्वविद्यालय में संगीत में स्नातकोत्तर के दौरान गोल्ड मेडलिस्ट भी रहीं हैं। उन्होंने 1986 में बड़ौदा विश्वविद्यालय से पीएचडी हासिल की है।
रायगढ़। चक्रधर समारोह में देश की प्रसिद्द सितार वादक प्रो. डॉ. लवली शर्मा ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इस दौरान उन्होंने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। #Chhattisgarh #news @RaigarhDist pic.twitter.com/Wg47eZthyS
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 31, 2025
कला भूषण सम्मान से हैं विभूषित
प्रो. डॉ. लवली शर्मा वर्तमान में छत्तीसगढ़ के इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की कुलपति हैं। शर्मा ने देश-विदेश के प्रतिष्ठित मंचों पर शास्त्रीय प्रस्तुतियां दी है। उनके इस कला के लिए कला भूषण समेत कई सम्मान प्राप्त भी हुए हैं।
