कमाई में छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस टॉप पर: सारनाथ को दूसरा स्थान, पसंदीदा ट्रेनों में रायपुर मंडल अव्वल

मंडल की ट्रेनें भी हर साल दे रही करोड़ों, दुर्ग नौतनवा और बेतवा एक्सप्रेस टॉप 10 में
ललित राठोड़- रायपुर। रेलवे की कमाई अब करोड़ों की सीमा पार कर अरबों तक पहुंच चुकी है और धीरे-धीरे यह आंकड़ा खरब की ओर बढ़ रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ट्रेनों से हर साल लाखों यात्री सफ़र करते हैं और यही सफ़र रेलवे के खजाने में मोटी आमदनी का कारण बनता है। महानगरों को जोड़ने वाली ये लंबी दूरी की ट्रेनें न सिर्फ़ छत्तीसगढ़ के लोगों की पहली पसंद हैं, बल्कि दूसरे जोन के यात्रियों के लिए भी लाइफलाइन साबित हो रही हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की ट्रेनें दिल्ली, पंजाब, बिहार, पुरी और उत्तर प्रदेश समेत मध्यप्रदेश को सीधे जोड़ती हैं। हरिभूमि की पड़ताल में सामने आया कि जोन की ट्रेनें लाखों यात्रियों की पहली पसंद बन चुकी हैं और रेलवे को सालाना करोड़ों रुपये की कमाई करा रही हैं। सबसे अधिक कमाई करने वाली ट्रेन छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस है, जिसने वर्ष 2024-25 में कुल 67 करोड़ 73 लाख 76 हजार 418 रुपये की आय की।
यह ट्रेन बिलासपुर से दिल्ली और पंजाब तक जाती है और जोन की सबसे लंबी दूरी की ट्रेनों में से एक है। सालभर में इसमें 7,98,125 यात्रियों ने सफर किया, जिनमें से 3,83,839 यात्री स्लीपर क्लास के थे। कमाई के मामले में दूसरे स्थान पर रायपुर मंडल की सारनाथ एक्सप्रेस है। उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली यह प्रमुख ट्रेन 2024-25 में 44 करोड़ 90 लाख 6 हजार 33 रुपये की कमाई कर चुकी है। इस ट्रेन में सालभर में 5,61,540 यात्रियों ने सफर किया, जिनमें से 2,58,014 यात्री स्लीपर क्लास के थे। तीसरे स्थान पर दिल्ली जाने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस है। यह ट्रेन छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश को दिल्ली से जोड़ती है। वर्ष 2024-25 में इस ट्रेन ने 43 करोड़ 24 लाख 78 हजार 828 रुपये की आय दर्ज की है।
दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस से भी भर रहा खजाना : 2024 से 25 में
रायपुर मंडल की 35 ट्रेनों से राजस्व मिला है। हमने उन प्रमुख ट्रेनों के राजस्व की पड़ताल की, जिसमें इस साल दुर्ग दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस ने कमाई के मामले में बाजी मारी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस ट्रेन से रेलवे को 19 करोड़ 97 लाख 65 हजार 337 रुपये की कमाई हुई है। इसके बाद दूसरे स्थान पर बेतवा एक्सप्रेस रही, जिसने 9 करोड़ 40 लाख 68 हजार 308 रुपये की आमदनी दी है। वहीं दुर्ग-विशाखापट्नम एक्सप्रेस से रेलवे को 7 करोड़ 39 लाख 87 हजार 958 रुपये की कमाई हुई। इसके अलावा हमसफर एक्सप्रेस ने 6 करोड़ 49 लाख 66 हजार 735 रुपये और हसदेव एक्सप्रेस ने 2 करोड़ 61 लाख 62 हजार 243 रुपये की कमाई कर टॉप 5 में जगह बनाई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और लगातार बढ़ती मांग ने इन ट्रेनों को मंडल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ट्रेनों की सूची में शामिल किया है।
टॉप 10 कमाई वाली ट्रेनों में मंडल की 6 ट्रेनें शामिल
हरिभूमि ने यात्रियों की जिन 10 पसंदीदा ट्रेनों की पड़ताल की, उनमें रायपुर मंडल की 6 ट्रेनें शामिल रही। टॉप-10 सूची में अमरकंटक एक्सप्रेस चौथे स्थान पर है, जिसने 40 करोड़ 4 लाख 71 हजार 286 रुपये की कमाई की। इसके बाद दुर्ग-पुरी एक्सप्रेस पाँचवें स्थान पर रही, जिससे 34 करोड़ 63 लाख 57 हजार 147 रुपये का राजस्व मिला। आठवें स्थान पर सिकंदराबाद एक्सप्रेस रही, जिसने 18 करोड़ से अधिक की कमाई की। नौवें स्थान पर दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस रही, जिसकी कमाई 16 करोड़ से अधिक रही। वहीं, दसवें स्थान पर गरीब रथ रही, जिसने रेलवे को 10 करोड़ 31 लाख 34 हजार 75 रुपये का राजस्व दिया।
लंबी दूरी की ट्रेनों में अधिक कमाई, सभी आंकड़े करोड़ों में
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस | 67 |
सारनाथ एक्सप्रेस | 45 |
गोंडवाना एक्सप्रेस | 43 |
अमरकंटक एक्सप्रेस | 40 |
दुर्ग पूरी एक्सप्रेस | 34 |
राजधानी एक्सप्रेस | 29 |
संपर्क क्रांति | 25 |
सिकंदराबाद एक्सप्रेस | 18 |
दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस | 17 |
गरीब रथ | 10 |
इन ट्रेनों में यात्रियों ने किया सर्वाधिक सफर
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस | 798,125 यात्री |
सारनाथ एक्सप्रेस | 561,540 यात्री |
अमरकंटक एक्सप्रेस | 558,533 यात्री |
दुर्ग पूरी एक्सप्रेस | 507,265 यात्री |
गोंडवाना एक्सप्रेस | 400,195 यात्री |
दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस | 375,711 यात्री |
सिकंदराबाद एक्सप्रेस | 269,619 यात्री |
संपर्क क्रांति | 235,741 यात्री |
गरीब रथ | 128,306 यात्री |
राजधानी एक्सप्रेस | 121,149 यात्री |
