बहने की कगार पर पुल: बारिश में तोड़ रही दम, डर के साए में आवागमन करने को मजबूर ग्रामीण

बहने की कगार पर गोबरी नदी पर बना पुल
नौशाद अहमद - सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में लगातार बारिश हो रही है। इसी बीच सूरजपुर जिले का गोबरी नदी पर बना बड़ा पुल बारिश के साथ टूटने लगा है। पुल जर्जर स्थिति में पूरी तरह बहने की कगार पर है। पुल भर भरा के गिरने की स्थिति में पहुँचा चुका है। वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पुल का उद्घाटन किया था।
सूरजपुर। लगातार बारिश के चलते गोबरी नदी पर बना बड़ा पुल कभी भी बह सकता है। जर्जर स्थिति में पुल की ऊपर से ग्रामीण आवागमन करने के लिए मजबूर हैं। @SurajpurDist #Chhattishgarh #NEWS pic.twitter.com/48rx5G9N3j
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) June 30, 2025
गोबरी नदी पर बना पुल सूरजपुर से कई गांवों को जोड़ने वाला है। इलाके के ग्रामीण इसी पुल के ऊपर से आवागमन करते हैं। इसलिए अब पुल के जर्जर होने के चलते लोगों में भय है। पुल को करोड़ों की लागत से बनाया गया था। वहीं अब यह पुल कभी भी बह सकता है। पुल सूरजपुर से शिवप्रसाद नगर,डबरीपारा, भंवराही,बांसापारा, सहित कई गांवों को जोड़ती है।

तुंगल डेम पर मॉक ड्रिल संपन्न
वहीं रविवार को सुकमा जिले में बाढ़ संकट से निपटने के लिए तुंगल डेम पर मॉक ड्रिल संपन्न हुई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर शनिवार शाम को सुकमा में स्थित तुंगल बांध में बाढ़ आपदा राहत दल के जवानों ने जिले में उपलब्ध समस्त बाढ़ राहत सामग्री का परीक्षण एवं मॉक ड्रिल किया। अपर कलेक्टर गजेन्द्र सिंह ठाकुर, एसडीएम सुभाष शुक्ला ने जिला सेनानी नगर सेना नरसिंह नेताम की उपस्थिति में मॉक ड्रिल का अवलोकन एवं निरीक्षण किया।
उपकरणों का हुआ डेमो
बचाव दल के जवानों ने आपदा के समय व्यक्ति को पानी के भीतर खोजने, उसे सुरक्षा पूर्वक लाइव बोट तक लाने का ड्रिल प्रस्तुत किया। इसके साथ ही बचाव के दौरान उपयोग होने वाले सभी उपकरणों का डेमो भी किया। जिसमें सही तरीके से लाइफ जैकेट पहनना, डूबते व्यक्ति को तैराक द्वारा बचाए जाना, अंडर वाटर ड्राइविंग कर पानी के भीतर व्यक्तियों को पता लगाना भी ड्रिल किया गया।
