भाजपा का प्रशिक्षण शिविर: सांसद-विधायक और मंत्री भी रहेंगे मौजूद, शुभारम्भ नड्डा करेंगे समापन में आएंगे शाह

भाजपा अगले दो दिन में 9 राज्यों में बदलेगी प्रदेश अध्यक्ष, जल्द होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के सांसद-विधायक एवं प्रदेश के मंत्रियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगी। प्रशिक्षण शिविर 7 से 9 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे वहीं इसका समापन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम बस्तर या मैनपाट में कराए जाने की संभावना है, इसके लिए स्थल चयन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तीन दिन के प्रशिक्षण शिविर में सांसदों-विधायकों और मंत्रियों को भाजपा के सुशासन और पार्टी की नीतियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही भाजपा की यात्रा पर फोकस होगा।
जन प्रतिनिधियों को यह बताया जाएगा कि पार्टी ने शून्य से शिखर तक का सफर किस तरह हासिल किया। हर दिन अलग-अलग सत्र होंगे जिसमें संगठन, सरकार से जुड़े वरिष्ठ नेता जन प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित करेंगे। भाजपा पार्टी पदाधिकारियों और राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा जन प्रतिनिधियों के लिए लगातार कार्यक्रमों को आयोजन कर रही है। तीन दिन के आयोजन में अलग-अलग सत्रों में पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व के पदाधिकारी अपने अनुभव साझा करेंगे। साथ ही सरकार के कार्यों को लेकर लोगों तक कैसे पहुंचाए इसकी जानकारी देंगे।
जगह की तलाश में जुटे पदाधिकारी
भाजपा संगठन को कार्यक्रम के लिए जगह तलाशने की जिम्मेदारी दी गई है। संगठन ने बस्तर और मैनपाट में कुछ जगहों को इसके आयोजन के लिए चिन्हित किया है। सभी लोगों के ठहरने और कार्यक्रम के आयोजन के हिसाब से सुविधा जनक जगह को अंतिम रूप दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से भी स्थल चयन को देखा जा रहा है।
भाजपा के सिद्धांत और रीति नीति पर फोकस
बताया गया है कि प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के सिद्धांत और रीति-नीति से सभी सांसद, विधायकों और मंत्रियों को परिचित कराया जाएगा। पार्टी के कार्य के अनुरूप उनका आचरण हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री रहेंगे सभी सत्रों में
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रशिक्षण शिविर में तीनों दिन रह सकते हैं। वे सत्र को संबोधित भी कर सकते हैं। वहीं विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह भी जन प्रतिनिधियों को अपने दीर्घ अनुभवों के आधार पर बताएंगे कि किस तरह लोकप्रिय जन प्रतिनिधि बना जा सकता है। जनता से सीधे संवाद कैसे किया जाए और पार्टी की रीति नीति पर कैसे कायम रहा जाए।
