बुजुर्ग महिला को 24 घंटे में मिला न्याय: कलेक्टर ने तहसीलदार को घुमाया फोन, अगले दिन राजस्व अमला मौके पर पहुंचा

राजस्व विभाग अतिक्रमण हटाकर बुजुर्ग महिला को दिलाया हक़
सूरज सिन्हा - बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में जिला कलेक्टर कार्यालय में एक बुजुर्ग महिला अपनी पीड़ा लेकर कलेक्टर रणबीर शर्मा से मिलने पहुंची थी। जैसे ही महिला ने अपनी बात रखी और आवेदन सौंपा, वह रोने लगी थी। बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया कि, गांव के दबंग द्वारा उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया गया है।
बेमेतरा जिले में कलेक्टर का तहसीलदार को फोन करने के दूसरे ही दिन राजस्व विभाग का अमला मौके पर पहुंचा। @BemetaraDist #Chhattisgarh #CGNews #tahsildar #collector pic.twitter.com/Xf6EI620Zq
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अतिक्रमण हटाकर बुजुर्ग महिला को दिलाया हक़
इस मामले में आवेदन देते वक्त महिला की आंखों से बहते आंसुओं को देखकर कलेक्टर ने तुरंत तहसीलदार को मामले का त्वरित निराकरण करने का आदेश दिया। प्रशासन ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए महिला को उसकी जमीन का हक दिलाया। तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक आरआई और पटवारी की टीम मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाकर महिला को उसका खेत वापस सौंपा गया। इस मामले का असर प्रशासनिक महकमे में स्पष्ट तौर पर देखने को मिला और पीड़ित महिला को उसका हक मिला है।
बेमेतरा जिले में बुजुर्ग महिला जमीन पर कब्जे की शिकायत लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची. @BemetaraDist #Chhattisgarh #land #collector pic.twitter.com/lVhATTnzar
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कलेक्टर ने तत्काल तहसीलदार को घुमाया था फ़ोन
दरअसल, बुजुर्ग महिला की बात सुनकर कलेक्टर रणबीर शर्मा ने तत्काल गंभीरता दिखाई थी और बेरला तहसीलदार को फोन कर सख्त निर्देश दिए थे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, यदि 15 दिन के भीतर बुजुर्ग महिला की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो तहसीलदार अपने पद पर रहने योग्य नहीं होंगे। कलेक्टर की त्वरित कार्रवाई और दृढ़ रुख से कार्यालय में मौजूद अन्य लोगों ने भी प्रशासन की संवेदनशीलता और सक्रियता की सराहना की थी।
