व्यापारियों से ठगी: डेयरी संचालक लाखों रुपये लेकर हुआ फरार, पारिवारिक समस्या बताकर की ठगी

थाना नवागढ़ में शिकायत दर्ज
सूरज सिन्हा - बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में नवागढ़ क्षेत्र से एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है। जहां डेयरी संचालक दुर्गेश गुप्ता पर नगर के 20 से अधिक व्यापारियों से करीब 45 से 50 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगा है। पीड़ित व्यापारियों का कहना है कि आरोपी ने पारिवारिक परेशानी का हवाला देकर एक-एक कर लाखों रुपये उधार लिए और फिर अचानक नवागढ़ छोड़कर फरार हो गया।
व्यापारियों को जब लंबे समय तक पैसे नहीं लौटाए गए और संपर्क करना भी मुश्किल हो गया, तो सभी पीड़ित एकजुट होकर नवागढ़ थाने पहुंचे और पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने ठगी के इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।

व्यपारियों के विश्वास के साथ खेलकर भाग निकला आरोपी दुर्गेश
बताया जा रहा है कि, आरोपी दुर्गेश गुप्ता का नगर में लंबे समय से डेयरी व्यवसाय था, जिससे उसका स्थानीय व्यापारियों से अच्छा मेल-जोल था। इसी विश्वास का फायदा उठाकर उसने लोगों से बड़ी रकम उधार ली और फिर चुपचाप भाग निकला। फिलहाल पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित व्यापारी आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और अपनी रकम की वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र का है और इस ठगी ने नगर में हड़कंप मचा दिया है।

SI अफसर से साइबर ठगी का मामला
वहीं गुरुवार को अंबिकापुर से साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। यहां पर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर CRPF के SI से 22 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने एसआई को उनके आधार से जारी सिम में गैरकानूनी गतिविधियां दर्ज होने का झांसा दिया था। जिसके बाद SI आरोपी के बहकावे में आकर फंस गया और उसने पैसे ट्रांसफर कर दिए।
जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र के CRPF कैंप का है। जहां पर पदस्थ एसआई आर. महेंद्र साइबर ठगी का शिकार हुए हैं। अज्ञात ने खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट ऑफ इंडिया, दिल्ली से रविशंकर बताते हुए कॉल किया था। जिसके बाद आरोपी ने कहा कि उनके आधार से जारी सिम में गैरकानूनी गतिविधियां दर्ज हुई हैं।
एसआई से 22 लाख रुपये ठगे
कॉलर ने धमकी देते हुए कहा कि, आपकी सिम दो घंटे में बंद कर दी जाएगी और मामला दिल्ली पुलिस के पास भेजा जा रहा है। जिसके बाद एसआई आरोपी के जाल में फंसते चला गया। इस दौरान एसआई 17 दिनों तक साइबर ठग के संपर्क में रहा। वहीं उन्होंने डर कर किश्तों में कुल 22 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। फिलहाल मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
