पीएम आवास में घोटाले पर लामबंद हुए ग्रामीण: पूर्व सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, CEO से की शिकायत

CEO को शिकायत पत्र सौंपते ग्रामीण
आशीष कुमार गुप्ता- बतौली। छत्तीसगढ़ के सरगुजा के बतौली के ग्राम सेदम में पूर्व सरपंच के विरुद्ध ग्रामीणों ने एकजुट होकर किए गए भ्रष्टाचार और राशि गबन मामले को लेकर सीईओ पास लिखित में आवेदन दिया गया है। सभी ग्रामीण पूर्व सरपंच हरिलसाय के विरुद्ध लामबंद हुए है और ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार करते हुए लगभग 7 लाख रुपए का राशि गबन का मामला सामने आया है।
इस पूरे मामले को लेकर सेदम के ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व सरपंच हरिलसाय ने सुकूल घर के पास धोढी निर्माण का राशि, मैन के खेत के पास का धोढी, शंकर घाट,चार टिकरा नलकूप खनन का राशि, बाबापारा पहुंच मार्ग में पुलिया निर्माण का राशि, छठ घाट की राशि सहित ऐसी कई मामले हैं। जहां बिना कार्य का पूर्व सरपंच द्वारा शासकीय राशि का आहरण कर गबन किया गया है। उक्त मामले को लेकर समस्त ग्रामीण द्वारा राशि रिकवरी की मांग सहित पूर्व सरपंच पर दंडात्मक कारवाई करने का लिखित आवेदन सौंपा गया है।
सरपंच पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
बतौली में इन दिनों प्रधानमंत्री आवास योजना में खेला जारी है। यहां के पात्र हितग्राहियों को केंद्र सरकार की पीएम आवास योजना से वंचित कर दिया गया है। जनपद पंचायत बतौली के अधिकारी- कर्मचारियों ने अन्य के खाते में स्वीकृत राशि का ट्रांसफर कर दिया। मामले में ग्राम के सरपंच और उनके पिता पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप लगे हैं। जिसके बाद अब हितग्राही इस मामले को लेकर मुखर हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, ग्राम पंचायत बिलासपुर के कर्मचारियों ने लापरवाही की है, जिसके कारण उन्हें आज तक आवास के लिए पंचायत सहित जनपद के चक्कर लगाना पड़ रहा है।
सरपंच घोटाले में शामिल होने के आरोप
इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत बिलासपुर के सरपंच अरुण केरकेट्टा का भी नाम सामने आया है। गांव के सरपंच के अलावा सरपंच के पिता बुद्धसाय पर भी आवास घोटाला मामले में शामिल होने का आरोप है। हैरानी की बात है कि, सरपंच अरुण केरकेट्टा के खाते में केशवर राम हितग्राही का पैसा ट्रांसफर कराया। जिसके बाद सरपंच ने रविवार को अपने प्रधानमंत्री आवास को ढलाई करवाया है। जबकि सरपंच के पिता बुद्धसाय के खाते में बच्चन राम हितग्राही का राशि डाला गया है।