रेलवे का बस्तर से छल: लैंडस्लाइड के बाद बंद हैं यात्री ट्रेनें, लेकिन दनदनाती दौड़ रहीं मालगाड़ियां

Jagdalpur Railway Station
X

जगदलपुर रेलवे स्टेशन                           

जगदलपुर में बस्तर से चलने वाली सभी यात्री ट्रेनों पर ब्रेक लगा दिया गया है। जिसको लेकर बस्तर वासियों ने नाराजगी जताई है।

जीवानंद हलधर- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर वासियों को रेल सुविधा देने के नाम से बड़ा खेल रेल प्रशासन द्वारा खेला जा रहा है। बस्तर वासियों को सुविधा देने के नाम पर केवल छलावा किया जा रहा है। बस्तर से चलने वाली सभी यात्री ट्रेनों पर ब्रेक लगा दिया गया है। लेकिन रेल प्रशासन प्रतिदिन लौह अयस्क की ढुलाई कर करोड़ों रुपये की कमाई कर रहा है।

यात्री सुविधाओं के नाम से रेल प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रहा है। यही कारण है कि, यात्रियों के लिए चलने वाली 1 पैसेंजर सहित 4 एक्सप्रेस के परिचालन को बंद कर दिया गया है। ऐसे में बस्तर से अन्य राज्यो में जाने वाले यात्रियों और बस्तरवासियों ने रेल प्रशासन पर बस्तर के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।

बस्तर से चलने वाली यात्री ट्रैन की सुविधा
यात्रियों और बस्तरवासियों ने कहा है कि, बस्तर वासियों के सब्र की परीक्षा रेल प्रशासन न लें और जल्द ही बस्तर से चलने वाली यात्री ट्रेनों का संचालन को शुरू करें। बता दें कि, रेलमार्ग पर 2 जुलाई को ओडिसा के जरती और मलीगुड़ा के बीच बड़ा लैंडस्लाइड हो गया था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव ने भी इस मामले में प्रकाश डालने की बात कही है।

लौह अयस्क की `ढुलाई से प्रतिदिन 6 करोड़ की कमाई
इस घटना के बाद रेल अफसरों और सैकड़ो कर्मचारियों ने रेल यातायात बहाल कर दिया था। 5 जुलाई को ट्रैक में गिरे मलबे को हटा दिया गया था। मालगाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया था। लेकिन 22 दिन बीत जाने के बाद भी यात्रियों की सुविधा के लिए चलने वाली यात्री ट्रेनें शुरू नही की गई हैं। लेकिन रेल प्रशासन रोजाना 14 मालगाड़ियों में किरन्दुल से विशाखपट्नम तक लौह अयस्क ले कर दौड़ रही है। लौह अयस्क की ढुलाई से प्रतिदिन 6 करोड़ की कमाई रेल प्रशासन कर रहा है। लेकिन बस्तर वासियों के सुविधा के लिए दी जाने वाली यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया है। ऐसे में बस्तरवासी अपना हक मांग रहे है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story