खोरसी नाला के पुराने पुल पर जानलेवा गड्ढा: हादसों को न्योता दे रही प्रशासनिक चुप्पी

बलौदाबाजार- रायपुर राजमार्ग
कुश अग्रवाल-बलौदाबाजार। बलौदाबाजार-रायपुर राजमार्ग पर खोरसी नाला के ऊपर बने पुराने छोटे पुल की हालत इन दिनों जानलेवा हो गई है। हाल ही में हुई बारिश के बाद पुल के एक छोर पर सड़क का करीब 5 फीट से भी अधिक हिस्सा धंस गया है, जिससे वहां एक गहरा और खतरनाक गड्ढा बन गया है। इस पुल से रोज़ाना सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण, किसान, स्कूली बच्चे और चार पहिया वाहन गुजरते हैं।
खोरसी नाला पर बना यह पुराना पुल पहले बलौदाबाजार को रायपुर से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग था। लेकिन अब बड़ा पुल बन जाने से अधिकतर गाड़ियां नए पुल से ही आवागमन करती है। वही नीचे बने पुराने पुल से स्थानीय मगरचबा, खैरघाटा, और आस-पास के कई गांवों के ग्रामीण शहर आना जाना करते हैं। इसके अलावा, पुल के पास ही स्थित एक प्राचीन साईं मंदिर में श्रद्धालु नियमित रूप से आते-जाते हैं। लेकिन अब यह पुल लोगों के लिए सुविधा नहीं, बल्कि संभावित हादसे का कारण बनता जा रहा है।
खोरसी नाले के पुल पर जालेवा गड्ढा बन गया है। यहां से रात में गुजरना खतरे से खाली नहीं है। प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं है। pic.twitter.com/2jAkFBk0Ru
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 26, 2025
रात के समय और भी खतरनाक
बारिश के बाद इस गड्ढे में पानी भर जाता है, जिससे यह दूर से या अंधेरे नजर नहीं आता। रात के समय जब रोशनी कम होती है, तो वाहन चालकों को इसका अंदाज़ा नहीं लगता और वे सीधे गड्ढे में गिर सकते हैं। चार पहिया वाहनों के लिए यह गड्ढा गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस मार्ग से रोजाना स्कूली बसें, बाइक सवार और ऑटो भी गुजरते हैं, जिससे खतरा और भी बढ़ सकता है।
न बैरिकेड्स, न चेतावनी बोर्ड
सबसे चिंताजनक बात यह है कि अब तक प्रशासन ने इस स्थान पर कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया है, न ही बैरिकेड्स या अस्थायी मरम्मत की कोई कोशिश की गई है। यह प्रशासनिक लापरवाही और उदासीनता का जीता-जागता उदाहरण है। लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए जिम्मेदार अधिकारी अब तक मूकदर्शक बने बैठे हैं।
