बैजनाथ धाम निकले भोले के भक्त: 23 साल से लगातार भाटापारा से निकलता है कांवरियों का जत्था

बैजनाथ धाम के लिए निकला युवाओं का जत्था
कुश अग्रवाल-बलौदा बाजार। सावन मास के पावन अवसर पर भाटापारा से बाबा बैजनाथ धाम, देवघर (झारखंड) की ओर जाने वाला ‘जय भोले कांवरिया संघ’ का जत्था इस वर्ष भी परंपरागत आस्था के साथ रवाना हुआ। यह सिलसिला लगातार 23 वर्षों से चला आ रहा है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। सावन के दूसरे सोमवार को भाटापारा की बोल बम सेवा समिति और जय भोले कांवरिया संघ के सदस्य विशेष ट्रेन से देवघर के लिए रवाना हुए। वहां से सुल्तानगंज से कावड़ में गंगा जल लेकर कांवरिए पैदल यात्रा प्रारंभ करते हैं, जो लगभग 2-3 दिन में बाबा बैजनाथ धाम पहुंचती है।
समिति की ओर से भोजन की व्यवस्था
कांवर यात्रा की विशेष बात यह है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समिति की ओर से भोजन, ठहराव एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से कर दी जाती हैं। एक वाहन में रसोई सामग्री, रसोइया व अन्य जरूरी सामान पहले ही भेजा जाता है, जो यात्रा के दौरान पूरी टीम के साथ चलता है। सुबह का नाश्ता, दोपहर का भंडारा और रात्रि का भोजन वहीं तैयार किया जाता है।
वर्ष भर किए जाते हैं धार्मिक आयोजन
कांवरिया संघ के सदस्य ब्रज किशोर अग्रवाल, संजय अग्रवाल, हीरा मंधान ने बताया कि, हम सभी शिवभक्त मिलकर हर वर्ष बाबा बैजनाथ धाम में जलाभिषेक करते हैं और यह हमारे लिए सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि बाबा भोलेनाथ की सेवा का सौभाग्य है। यात्रा से लौटने के बाद भाटापारा में बाबा महाकाल की सवारी नगर भ्रमण करती है, जिसमें नगरवासी बड़ी श्रद्धा से भाग लेते हैं। संघ द्वारा वर्ष भर धार्मिक आयोजन भी किए जाते हैं, जिनमें जन्माष्टमी के पश्चात निकलने वाले राम सप्ताह जुलूस में भव्य प्रसाद वितरण विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है।
