'एक पेड़ माँ के नाम': कलेक्टर की अगुवाई में स्कूली बच्चे करेंगे दो लाख पेड़ों का वृक्षारोपण

स्कूली बच्चे
राहुल भूतड़ा- बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में रविवार को कलेक्टर दिव्या मिश्रा की पहल पर होने वाला वृहद वृक्षारोपण अब सिर्फ सरकारी आयोजन किया गया। अब यह एक एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। इस महाभियान के तहत दो लाख से ज़्यादा पौधे लगाए जाने हैं। इसे लेकर अब आम लोग, सामाजिक संगठन और स्कूल-कॉलेज से जुड़े लोग भी पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। लोग न सिर्फ पौधे लगाने का संकल्प ले रहे हैं। बल्कि सोशल मीडिया से लेकर घर-घर तक इस अभियान का प्रचार कर रहे हैं।
पर्यावरण प्रेमी भोज कुमार साहू ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे संदेश को अनोखे अंदाज़ में लोगों तक पहुंचाया है। उन्होंने अपने हाथों पर मेहंदी से 20 जुलाई को हरियाली बिखेरें लिखवाकर सोशल मीडिया के ज़रिए जागरूकता फैलाई है। लोग इस पहल की खूब सराहना कर रहे हैं। वहीं 'ग्रीन कमांडो' के नाम से पहचाने जाने वाले वीरेंद्र सिंह भी इस अभियान में जुटे हुए हैं। वो छोटे-छोटे स्कूली बच्चों के साथ मिलकर लोगों से 'एक पेड़ माँ के नाम' लगाने की अपील कर रहे हैं। जिले के कई शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता भी घर-घर जाकर लोगों को पौधारोपण के फायदे समझा रहे हैं।

वृक्षारोपण बना आंदोलन का हरियाली आंदोलन
लोगों को बताया जा रहा है कि एक पेड़ न सिर्फ ऑक्सीजन देता है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षा कवच भी है। इस जनभागीदारी से साफ है कि बालोद जिले का यह वृक्षारोपण महज एक दिन का आयोजन नहीं बल्कि एक हरियाली आंदोलन बन चुका है। लोगों का उत्साह ही इस अभियान की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभर रहा है।
