बिजली की बढ़ी दरों पर विपक्ष का स्थगन: नामंजूर होने पर भी नेता प्रतिपक्ष ने सीएम का जताया आभार, विधायकों ने मेज थपथपाकर किया स्वागत

शून्यकाल में विपक्ष ने बढ़े बिजली टैरिफ पर स्थगन लाया
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। सदन में शून्यकाल में विपक्ष ने बढ़े बिजली टैरिफ पर स्थगन लाया। इस बीच स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार्य होने के बाद भी विपक्ष ने हंगामा नहीं किया। बिजली के दामों में बढ़ोत्तरी पर विपक्ष स्थगन प्रस्ताव लाया था। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री के विषय को गंभीरता से लेने पर आभार जताया। इस बीच सीएम का आभार जताने पर सत्तापक्ष ने मेजें थपथपाई।
बिजली बिल बढ़ोत्तरी से जनता परेशान
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने स्थगन की सूचना देते हुए कहा- बिजली का टैरिफ बढ़ाया गया है, लोग इससे परेशान हैं। इसी बीच कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने कहा- स्मार्ट मीटर लगाया गया है, उसमें भी ज्यादा बिल आ रहा है स्थगन के जरिए इसपर चर्चा हो। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा- एक-एक महीने में बस्तर में बिजली ट्रांसफार्मर लग रहा है। इस बीच सीएम साय ने जवाब देते हुए कहा- सभी पक्षों को सुनकर जनसुनवाई के बाद टैरिफ का निर्धारण होता है। सिर्फ 1.89 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी है जिसका सभी वर्गों ने इसका स्वागत किया है। कृषि उपभोक्ताओं के विद्युत पम्पों का भुगतान शासन करता है। इसलिए 50 पैसे की बढ़ोतरी का वहां प्रभाव नहीं पड़ेगा।
प्रदेश में 24 घंटे हो रही बिजली आपूर्ति - सीएम साय
सीएम साय ने कहा- कृषि पम्पों को 18 घंटे और प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सिर्फ 10 से 20 पैसे बढ़ोतरी हुई है।सरकार विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवा रही है। लोगों में इसे लेकर आक्रोश नहीं है। प्रधानमंत्री सूर्यघर बिजली योजना के तहत भी काम हो रहा है। वहीं आसंदी से विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगन को अग्राह्य किया। स्थगन अग्राह्य किए जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा- सूर्यघर बिजली योजना के तहत काम भी हो ये जरूरी है।
