35 हाथियों का दल पहुंचा प्रतापपुर: धान सहित मक्के की फसलों को किया नुकसान, वन विभाग अलर्ट

35 हाथियों का दल पहुंचा प्रतापपुर
नौशाद अहमद-सूरजपुर। वन परिक्षेत्र प्रतापपुर में लंबे समय से सक्रिय 30 से 35 हाथियों के दल ने अपना डेरा जमा लिया है। हाथियों के झुंड में दतैल सहित नन्हे शावक भी मौजूद है। हाथी धान सहित मक्के की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जो अब ग्रामीणों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गई है।
प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में 30 से 35 हाथियों के आने ले किसानों के साथ साथ ग्रामीण भी दहशत में है। हाथियों के झुंड धान सहित मक्के की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं वन अमला मुस्तैदी के साथ कर लोगों से सतर्क रहने अपील कर रहा है। हाथियों का दल वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के करंजवार में डेरा जमाएं हुए हैं।
तीन सालों में 220 लोगों की मौत
पुलिस को पहले ही जानकारी मिल चुकी थी कि 35 हाथियों के झुंड से एक हाथी दूसरी ओर मुड़ गया है। लेकिन इससे पहले कि विभाग अधिकारी इस बात की जानकारी गांव वालों को देते हाथी ने उस महिला को अपना शिकारी बना लिया था। राज्य के उत्तरी भाग, मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में हाथी और स्थानीय लोगों के बीच का संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में राज्य में हाथियों के हमले में कुल 220 लोगों की मौत हो चुकी है।
दहशत में ग्रामीण
हाल ही में इन हाथियों के झुंड ने ग्राम मोहरसोप में एक ग्रामीण के घर में तोड़-फोड़ करके उसका पूरा अनाज चट कर दिया था। किसी तरह घर के मालिक ने अपने आप को छिपाकर रखा और अपनी जान बचाई। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के झुंड से ग्रामीण भय व दहशत के वातावरण में जिंदगी बिता रहे हैं। उनका कहना है कि गांव में किसी भी वक्त हाथियों के आ धकमने का भय बना रहता है।
