विवाह पंचमी महोत्सव: श्री राम की बारात में शामिल हुए नगरवासी, मंत्री टंक राम वर्मा ने भजन सुनाकर किया मंत्रमुग्ध

विवाह पंचमी महोत्सव
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बलौदा बाजार के श्रीराम जानकी मंदिर में मनाया गया 'विवाह पंचमी महोत्सव'

अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के अवसर पर बलौदा बाजार में विवाह पंचमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मंत्री टंक राम वर्मा ने भी शामिल होकर भजन गाकर समा बांधा।

कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के अवसर पर मंगलवार को बलौदा बाजार के श्रीराम जानकी मंदिर में 'विवाह पंचमी महोत्सव' मनाया गया। इस दौरान प्रभु श्रीराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। वहीं श्री राम बारात में देर रात राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा भी शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने मधुर भजन सुनाकर मत्रमुग्ध कर दिया। मंत्री टंक राम वर्मा के 'मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे'... राम आएंगे भजनों को सुनकर श्रद्धालु झूमने लगे।

शाम 7 बजे मानस मंदिर प्रांगण से प्रभु श्रीराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। खुले सजे धजे वाहन पर विराजमान श्री राम माता सीता की झांकी फूलमालाओं, छत्र, रंगीन लाइटों और आकर्षक साज-सज्जा से विशेष रूप से अलंकृत थी। ढोल-नगाड़ों, बाजे-गाजे और आतिशबाज़ी के बीच रवाना हुई यह बारात बजरंग चौक, सदर रोड, नेहरू चौक होते हुए गांधी चौक पहुंची और रात्रि 10 बजे पुनः श्रीराम जानकी मंदिर में लौटकर सम्पन्न हुई।

शोभायात्रा में झूमे भक्त
शोभायात्रा के दौरान रास्तेभर बड़ा उत्साह देखने को मिला। नगरवासी श्रीराम के भजनों की धुन पर झूमते नजर आए। भगवान श्रीराम और माता जानकी के स्वरूप में सजे बच्चों का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। भक्ति संगीत, जयकारों और धार्मिक उल्लास से पूरा शहर दिव्य और सांस्कृतिक वातावरण में डूबा रहा।

बारात में शामिल हुए मंत्री टंक राम वर्मा
राम बारात में सबसे खास बात यह रही की देर रात राजस्व मंत्री छत्तीसगढ़ शासन टंक राम वर्मा भी शामिल हुए और उन्होंने शानदार भजन सुना कर नगर वासियों का मन मोह लिया। मंत्री टंक राम वर्मा ने भजन मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे श्री राम आएंगे भजनों को सुनकर श्रद्धालु झूमने लगे। बारात के वापस मंदिर पहुंचने के बाद मानस मंदिर प्रांगण में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नगरवासी शामिल हुए और देर रात तक भक्तिमय माहौल बना रहा।


अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी का है खास महत्त्व
सनातन धर्म में इस पावन तिथि का विशेष आध्यात्मिक महत्व है। श्रीराम कथा के अनुसार इसी दिन अयोध्या से प्रभु श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की दिव्य बारात जनकपुरी के लिए प्रस्थान हुई थी। इसी स्मृति में नगर के मानस संघ द्वारा यह आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। इस वर्ष श्रीराम की पारंपरिक बारात का 25 वां वर्ष था।

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