कोयला साइडिंग को लेकर लोगों में उबाल: बंद करने की मांग को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन, बोले- धूल और प्रदूषण से जीना मुश्किल

प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण
नौशाद अहमद- सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में देर रात सड़क पर उतर आए। इस दौरान उन्होंने करंजी कोयला साइडिंग की परेशानी को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि, करंजी साइडिंग से रोजाना सैकड़ों कोयला गाड़ी का आना जाना होता है, जिसके कारण जाम की स्थिति बन जाती है। लोगों का चलना तक दूभर हो जाता हैं वहीं धूल और प्रदूषण के कारण उनका जीना मुश्किल हो गया है।
दरअसल, करंजी रेलवे साइडिंग से रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्राला से कोयला निकलता है। जिससे जाम की स्थिति बन जाती है और दुर्घटना होने की संभावना भी बढ़ जाती है। वहीं धूल और प्रदूषण के कारण बच्चे भी बीमार पड़ रहे हैं। इसी रास्ते से बच्चे रोजाना स्कूल आते- जाते हैं जिसके कारण अप्रिय घटना का भय बना रहता है।
सूरजपुर। करंजी कोयला साइडिंग को बंद करने को लेकर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि, कोयला वाहनों के चलने के कारण कई तरह की परेशानी हो रही है। @SurajpurDist #ChhattisgarhNews @ChhattisgarhCMO @LaxmiRajwade21 pic.twitter.com/5z6M8RY4uN
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 20, 2025
जर्जर सड़क हादसों को दे रहे न्योता
ग्रामीणों ने बताया कि, भारी वाहनों के चलने के कारण सड़कों की स्थिति ख़राब हो गई है। जिसके कारण लोगों का चलना तक मुश्किल हो गया है। इसी के कारण आए दिन इस रास्ते में हादसे होते रहते हैं। बीते दिनों हुई घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि कई लोग हादसे में घायल हो गए हैं। ऐसी स्थिति में अब ग्रामीणों के सामने कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आता है।
सूरजपुर। करंजी कोयला साइडिंग को बंद करने को लेकर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि, कोयला वाहनों के चलने के कारण कई तरह की परेशानी हो रही है। @SurajpurDist @LaxmiRajwade21 #ChhattisgarhNews pic.twitter.com/65jr8z2bXt
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करंजी साइडिंग को बंद करने की मांग
आक्रोशित ग्रामीण भारी संख्या में सड़क पर बैठ गए और तत्काल करंजी साइडिंग को बंद करने की मांग करने लगे। उनका कहना है कि, स्थिति इतनी गंभीर हो गई हैं की वह अपना घर बार तक छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। जिसके कारण अब सभी ग्रामीण दूसरी जमीन की मांग कर रहे हैं। यह भी कहना है कि, हर समय डर बना रहता है। पास में ही घर होने के कारण गाड़ी के घर में घुसने का भी डर बना रहता है।

भारी वाहनों के चलने से परेशान ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि, तेज आवाज के कारण हम रातभर सो नहीं पाते हैं। स्थिति ऐसी होती है कि, जागकर ही सुबह का इंतजार करना पड़ता है। वहीं पंकज तिवारी ने कहा कि, जिस तरह से ग्रामीण 6 महीने से परेशान होकर सड़क पर आने को को मजबूर हो गए हैं। हम कलेक्टर से मुलाकात करे मांगों को रखेंगे।जिसमे पार्किंग की मांग साथ ही गाड़ियों के धीरे चलने और प्रदूषण से ग्रामीणों को रहता दिलाने की पहल करेंगे।

आंदोलन की दी चेतावनी
यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा तो एक बड़ा आंदोलन होगा। ग्रामीणों का कहना है कि, करंजी रेलवे स्थित साइडिंग को तुरंत बंद किया जाए।जिससे डस्ट और भारी गुबार जर्जर सड़क की परेशानी से राहत मिल सके।
