लंबे इंतजार के बाद समितियों में पहुँचा यूरिया खाद: पर्याप्त मात्रा में भंडारण नहीं होने से किसानों में अब भी असंतोष

लंबे इंतजार के बाद समितियों में पहुँचा यूरिया खाद: पर्याप्त मात्रा में भंडारण नहीं होने से किसानों में अब भी असंतोष: पर्याप्त मात्रा में भंडारण नहीं होने से किसानों में अब भी असंतोष
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 समितियों में पहुँचा यूरिया खाद

सरगुजा जिले में यूरिया खाद को लेकर किसानों को थोड़ी राहत मिली है। लंबे इंतजार के बाद समितियों में यूरिया पहुँचा।

अनिल उपाध्याय - सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में यूरिया खाद को लेकर किसानों को थोड़ी राहत मिली है। एक लंबे इंतजार के बाद यूरिया खाद समितियों में खाद पहुँचा है। हालांकि कई समितियां पर्याप्त मात्रा में भंडारण नहीं होने से यूरिया खाद से वंचित रह गई है।जिन समितियों में खाद पहुँचा है उसकी हालत भी ऊंट के मुँह में जीरा जैसी है। किसानों ने इस पर असंतोष जताते हुए कहा है कि, खाद की समस्या की वजह से इस बार खेती काफी प्रभावित हुई है।

बता दें कि, खाद को लेकर चल रहे मारामारी के बीच लंबे इंतजार के बाद समितियों में खाद नसीब हुआ है। इस खाद के लिए किसानों को न जाने कितने पापड़ बेलने पड़े थे। खेतों में खाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ी थी और खाद विक्रेताओं के यहाँ निर्धारित दर से कई गुना ज्यादा पैसा देकर खाद लेना पड़ा था। इससे किसानों की जेब ढीली होने के साथ उन्हें कालाबाजारी का भी शिकार होना पड़ता था। आर्थिक रूप से कमजोर किसान तो दुकानदार से ब्याज में खाद लेता था ताकि खाद के अभाव में कही उसकी खेती न पिछड़ जाए। जिसे वो फसल बेचने के बाद ब्याज की रकम समेत मूलधन दुकानदार को वापस करेगा।

लंबे इंतजार के बाद समितियों को मिला खाद
इस दौरान खेती किसानी के समय में खाद की किल्लत को लेकर किसान समेत विपक्षियों ने खूब हंगामा मचाया था। काफी दिनों तक चले हंगामे और जदोजहद के बाद किसानों का संघर्ष रंग लाया और एक लंबे इंतजार के बाद समितियों में खाद पहुँचा। हालांकि यूरिया खाद कुछ समितियों को ही नसीब हो पाया है बाकी के समितियों को अभी खाद के लिए इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल खाद संकट के दौरान जितनी मात्रा में यूरिया खाद भेजा गया है उसे देखते हुए किसानों का कहना है कि ये ऊंट के मुँह में जीरा जैसा है।

तीन समितियों को भेजा यूरिया खाद
खाद नियंत्रक अधिकारी संतोष बेक ने बताया कि, समितियों में जितना स्टॉक यूरिया खाद का आया था। उसे तीनांे ब्लॉक के प्रमुख समितियों में भेजा गया है। सीतापुर के समिति आमाटोली को 29.250 मीट्रिक टन, मैनपाट के कमलेश्वरपुर को 27.900 मीट्रिक टन, बतौली को 27 मीट्रिक टन और राजापुर समिति को 20 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया है। शेष समितियों के लिए यूरिया खाद की मांग की गई है। जैसे ही खाद आता है सभी समितियों में उपलब्ध करा दिया जायेगा।

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