आदिवासी युवा दल दिल्ली से लौटा: प्रतिभागियों ने सामाजिक-सांस्कृतिक विकास को करीब से समझा, निकिता सिंद्रे ने बढ़ाया मान

आदिवासी युवा दल दिल्ली से लौटा: प्रतिभागियों ने सामाजिक-सांस्कृतिक विकास को करीब से समझा, निकिता सिंद्रे ने बढ़ाया मान
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आदिवासी युवा दल के लौटने पर 80वीं वाहिनी में उत्साह

बस्तर जिले में शुक्रवार को 17वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन 80 बटालियन केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल द्वारा आयोजित किया गया।

अनिल सांमत - जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शुक्रवार को 17वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन 80 बटालियन केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जितेन्द्र कुमार, कमाण्डेंट, 80वीं वाहिनी के मार्गदर्शन में किया गया। दरभा ब्लॉक के नक्सल प्रभावित और सुदूर ग्रामीण इलाकों-दरभा,कोलेंग, कंदानार,नेतानार, कोलावाड़ा, कवालीकलां, भद्रीमऊ और आसपास के गाँवों से ऐसे नवयुवक-युवतियाँ चयनित किए गए, जिन्होंने आज तक बस्तर से बाहर कदम भी नहीं रखा था।

इन 40 प्रतिभागियों में (20 प्रतिभागी 80वीं बटालियन और 20 प्रतिभागी मेरा युवा भारत जगदलपुर) को शनिवार से शुक्रवार तक साउथ दिल्ली स्थित मेरा युवा भारत केन्द्र में सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक विकास की प्रक्रियाओं से रू-बरू कराया गया। भ्रमण दल सोमवार को जगदलपुर लौटा। मुख्यालय में आयोजित समापन कार्यक्रम में पुरूषोत्तम कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी ने प्रतिभागियों से विस्तृत अनुभव साझा किए।


आधुनिक विकास को देखने-समझने का दिया अवसर
युवाओं ने बताया कि, दिल्ली यात्रा उनके लिए अलौकिक और जीवन बदल देने वाला अनुभव रही। राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, नौसैनिक अड्डा, वायु अड्डा, संग्रहालयों, कॉलेजों और बड़े आयुध भंडारों को पहली बार देखने के बाद उनकी सोच और दृष्टि व्यापक हुई। युवाओं ने कहा हम सोचते थे कि हमारे क्षेत्र से बाहर कोई अलग दुनिया है ही नहीं, लेकिन इस यात्रा ने हमें नए परिवेश,नई संभावनाओं और आधुनिक विकास को देखने-समझने का अवसर दिया।

बच्चों के चेहरों में रहा उत्साह
इस कार्यक्रम के दौरान आयोजित जनजातीय संवाद में बस्तर की प्रतिभागी निकिता सिंद्रे को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। मुख्यालय में समापन के दौरान बच्चों के चेहरों पर उत्साह और आनंद स्पष्ट दिखा। सभी प्रतिभागियों ने 80वीं वाहिनी केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल और मेरा युवा भारत केन्द्र, जगदलपुर के प्रति आभार प्रकट किया। इसके बाद सभी को कैंप परिसर में नाश्ता करवाकर सुरक्षित उनके गृहग्रामों के लिए रवाना किया गया।

निकिता सिंद्रे की उपलब्धि ने पूरे दल का मनोबल बढ़ाया
दिल्ली भ्रमण में बस्तर के युवाओं ने पहली बार राजधानी की जीवनशैली, शिक्षा व्यवस्था, सांस्कृतिक विविधता, सैन्य प्रतिष्ठानों, ऐतिहासिक भवनों और आधुनिक तकनीक से जुड़े अनेक पहलुओं को नज़दीक से देखा। यात्रा ने उनमें आत्मविश्वास बढ़ाया, दृष्टिकोण बदला और विकास को समझने की नई दृष्टि दी। राष्ट्रपति भवन से लेकर नौसेना एवं वायुसेना अड्डों तक मिली जानकारी ने उन्हें प्रेरित किया कि वे भी अपने क्षेत्र के विकास में योगदान दे सकते हैं। आदिवासी संवाद में निकिता सिंद्रे की उपलब्धि ने पूरे दल का मनोबल और ऊँचा किया।


ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर ओम कुमार गुप्ता,सहायक कमाण्डेन्ट, वेंकटेश विकास, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी,दुर्गेश कुमार सिंह,सहायक कमाण्डेन्ट,अधीनस्थ अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।

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