शिक्षकाओं का सम्मान समारोह: अनुकृति फाउण्डेशन ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का किया सम्मान

शिक्षकाओं का सम्मान समारोह : अनुकृति फाउण्डेशन ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का किया सम्मान
X

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का हुआ सम्मान 

रायुपर के गुरु घासीदास सांस्कृतिक भवन न्यू राजेन्द्र नगर में रविवार महिला शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

रायपुर। राजधानी रायुपर के गुरु घासीदास सांस्कृतिक भवन न्यू राजेन्द्र नगर में रविवार महिला शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयेाजन अनुकृति फाउण्डेशन और सतनामी समाज महिला समिति के द्वारा कराया गया। मुख्य अतिथि के रूप में गुरु खुशवंत साहेब शामिल हुए और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।

गुरु घासीदास कालोनी के मुख्य द्वार से सांस्कृतिक भवन तक गुरु खुशवंत साहेब का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। साथ ही सतनाम बाल अखाड़ा के द्वारा विभिन्न करतब के साथ जय सतनाम के नारे और गाजे-बाजे के साथ किया गया। गुरु खुशवंत साहेब और अन्य अतिथियों के द्वारा संत परमपूज्य गुरु घासीदास बाबा की तैल चित्र पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।


साहित्यिक कृतियों का विमोचन
इसके बाद शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सतनामी समाज की सेवानिवृत्त महिला शिक्षकों का शाल,श्रीफल, मोमेन्टो और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। वहीं समस्त अतिथियों के द्वारा गुरु घासीदास बाबा पर रचित सूर्यबाला कहानियों की अभियुक्त नारी संवेदना और जीवन मूल्य सत साहित्य का विमोचन किया गया।

छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं के बारे में दी जानकारी
गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि, गुरु घासीदास बाबा की महिमा और समाज में उनका योगदान के बारे में जानकारी दी। साथ ही अनुसूचित जाति समाज के लिए छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने समाज की धरोहर ,सांस्कृतिक विरासत, समाज युवा वर्ग के उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए दिए जा रहे आर्थिक सहयोग के बारे में बताया गया। गिरौदपुरी और भंडारपुरी धाम के विकास के लिए स्वीकृत राशि की जानकारी दी। एक साथ मिलकर समाज की विकास और उत्थान के लिए हर संभव मदद करने का आश्वाशन दिया।


शिक्षिकाएं समाज निर्माण की सशक्त आधारशिला
उन्होंने ने कहा कि, शिक्षिकाएं घर-परिवार की धुरी होने के साथ -साथ समाज निर्माण की सशक्त आधारशिला हैं। जिस प्रकार वे परिवार में संस्कार, स्नेह और जिम्मेदारी का निर्वहन करती हैं, उसी समर्पण, धैर्य के साथ वे विद्यालय में ज्ञान, अनुशासन और प्रेरणा का संचार करती हैं।

हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं महिलाएं
राज्य महिला आयोग की सदस्य सरला कोसरिया ने बताया कि, आज इस कार्यक्रम में गुरु घासीदास बाबा के वंशज गुरु खुशवंत साहेब का सानिंध्य हम सब के लिए गौरव का क्षण है। आज महिला हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है इन्हें जिस क्षेत्र में भेज दिया जाय उस क्षेत्र में परचम लहरा रही है। महिला शिक्षक, घर परिवार की हर जिम्मेदारी को निभाने के बाद भी पूरी ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक बाहर का काम भी करती है ।


महिलाओं के विकास के लिए चल रही हैं अनेक योजनाएं
उन्होंने ने कहा कि, आज की नारी शिक्षिका अगली पीढ़ी को न केवल शिक्षा देती हैं, बल्कि उनमें जीवन मूल्यों, आत्मविश्वास, बेहतर भविष्य का सपना भी रोपित करती हैं। महिलाएं मायके और ससुराल दोनों ही कुल को संस्कार और कर्तव्य निष्ठा के उच्च सोपान को स्थापित कर दोनों ही कुल को गौरान्वित करती है। छत्तीसगढ़ शासन की विष्णुदेव साय और केंद्र सरकार की योजनाओं से महिला कंधा से कंधा मिलाकर चल रही है। सरकार महिलाओं के विकास और उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। महिलाओं को 33ः आरक्षण दे कर उनकी प्रतिभा को तराशने का काम किया है।


ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में स्वागत उदबोधन सतनामी समाज की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. सुनीता सोनवानी ने किया। मंच संचालन अंजली बरमार ने किया। आभार प्रदर्शन चंपा देवी गेंदले ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम सतनामी समाज के लोग और संस्था लोग भारी संख्या में उपस्थित थी।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story