सरगुजा में अनूठा मामला: अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद छात्राएं बेहोश, मचा हड़कंप

छात्राओं का अस्पताल में चल रहा इलाज
अंबिकापुर। गुरुवार को अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद 9वीं और 10 वीं की छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। स्कूल में परीक्षा देने आई लगभग 10 से 11 बच्चियां अचानक ही रोने लगी और कुछ बेहोशी की स्थिति में पहुंच गई। इस घटना के बाद स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बच्चियों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में 8 छात्राओं का उपचार जारी है और सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है लेकिन एक साथ इतनी बच्चियों की तबीयत बिगड़ने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। स्कूल शिक्षा विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बच्चियों के स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं।
बताया जा रहा है कि, वाड्रफनगर विकासखंड के ग्राम गिरवानी अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल मनबासा में अर्धवार्षिक परीक्षा चल रही है। गुरुवार को कक्षा 9वीं के छात्र-छात्राओं की हिंदी और 10वीं के छात्र-छात्राओं की संस्कृत विषय की परीक्षा थी। परीक्षा सुबह 10.30 बजे शुरू हुई और दोपहर 1.30 बजे समाप्त हुई। बताया जा रहा है कि परीक्षा समाप्त होने के बाद अचानक एक छात्रा की तबीयत बिगड़ी और वह रोने लगी। एक बच्ची को रोते हुए देखकर कक्षा में मौजूद 10 अन्य बच्चियां भी रोने लगी जिससे स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते बच्चियों की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें बेहोशी आने के साथ ही बेचैनी लगने लगी। ऐसे में स्कूल के प्रचार्य ने मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। सूचना मिलने के बाद बीईओ श्याम किशोर जायसवाल स्कूल पहुंचे जिसके बाद छात्राओं को एंबुलेंस व अन्य वाहनों की सहायता से वाड्रफनगर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में फिलहाल 8 छात्राओं को भर्ती कराया गया है और सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
कुछ को टाइफाइड और खून की कमी
सिविल अस्पताल में भर्ती कराई गई छात्राओं की चिकित्सकों की टीम ने जांच की। फिलहाल सभी बच्चियों के बीपी, शुगर, हार्ट व पल्स रेट सामान्य है। हालांकि कुछ बच्चियों को टाइफाइड और कुछ को खून के कमी की शिकायत है जिसके लिए उनका उपचार चल रहा है लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर एक साथ 10 से 11 बच्चियों की तबियत कैसे बिगड़ गई। घटना की सूचना मिलने के बाद बच्चियों के माता-पिता भी अस्पताल पहुंचे लेकिन वे भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं। ना ही बच्चियों के साथ डांट फटकार की गई है और ना ही गुरुवार को किसी कठिन विषय की परीक्षा थी जिससे वे दबाव में आएं। हालांकि एहतियातन सभी बच्चियों को उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया है और चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी है।
बच्चियों की स्थिति सामान्य
बलरामपुर डीईओ मनीराम यादव ने बताया कि, गई हाई स्कूल मनबासा में अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद बच्चियों की तबीयत बिगड़ थी। 8 बच्चियों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका उपचार जारी है। फिलहाल सभी की स्थिति सामान्य है। बच्चियां अचानक रोने लगी और उन्हें बेचैनी की शिकायत थी। तबीयत बिगड़ने के कारणों का पता नहीं चल सका है। छात्राओं के परिजन भी अस्पताल में मौजूद है। बीईओ व अन्य अधिकारी अस्पताल में मौजूद है।
निगरानी में रखा गया
वाड्रफनगर बीएमओ डॉ. हेमंत दीक्षित ने बताया कि, अस्पताल में 8 बच्चियों को भर्ती कराया गया था। सभी के बीपी, शुगर, हार्ट पल्स रेट सामान्य है। कुछ को टाइफाइड की शिकायत है और कुछ में खून की कमी है। फिलहाल किसी को कमजोरी की कोई शिकायत नहीं है फिर भी उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
-
