पुलिस ने दौड़ाया तो कुएं में गिरा युवक: ग्रामीणों ने जमकर मचाया बवाल

थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन
नौशाद अहमद - सूरजपुर। जिले के जयनगर थाना क्षेत्र में पुलिस की जुआ छापेमारी के दौरान बड़ा हादसा हो गया, पुलिस से भागते समय एक युवक कुएं में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद देर रात बड़ी संख्या में ग्रामीण जयनगर थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
हालात बिगड़ने पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज
प्रदर्शन शुरू में नारेबाजी तक सीमित था, लेकिन धीरे-धीरे आगजनी और पत्थरबाजी में बदल गया, पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसके बाद हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, और इस दौरान कई ग्रामीणों को भी चोटें आईं।
देर रात तक मचा रहा हंगामा
ASP संतोष महतो ने सीमित बल के साथ रात 2 बजे तक स्थिति को नियंत्रित किया हालांकि, रात में कुएं से शव नहीं निकाला जा सका जिसके बाद सुबह अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचने के बाद शव को निकाला गया, लेकिन मृतक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध जारी रखा।

शव रखकर नेशनल हाईवे जाम
परिजन युवक का शव लेकर नेशनल हाईवे पर धरने पर बैठ गए, जिससे कई घंटे तक यातायात ठप रहा, SDM शिवानी जायसवाल ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से चर्चा की और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
एसडीएम शिवानी जायसवाल ने बताया कि कलेक्टर एस. जयवर्धन ने मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर जांच टीम गठित की है, जो पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच करेगी।
मामले ने लिया राजनीतिक रंग
घटना के बाद यह मामला राजनीतिक रूप भी लेने लगा जहाँ पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े (कांग्रेस) ने थाने पहुंचकर परिजनों को समर्थन देते हुए पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और कहा कि 'जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई जरूर होगी।'
सूरजपुर- कुएं में गिरने से युवक की मौत के बाद थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन, आगजनी और पत्थरबाजी के बीच कई पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसके बाद आखिर में लाठीचार्ज कर हालात काबू में लाए गए। @SurajpurDist #Chhattisgarh #death @SURAJPUR_POLICE pic.twitter.com/P1WpTFpnE6
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 21, 2025
प्रशासन ने ली राहत की सांस
करीब 10 घंटे चले हंगामे के बाद आखिरकार प्रशासन और नेताओं के समझाने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया, इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
