73 साल बाद फिर जुड़ा इतिहास: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे डॉ. राजेंद्र प्रसाद के दत्तक पुत्र बसंत पण्डो

73 साल बाद फिर जुड़ा इतिहास
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बसंत पण्डो

सूरजपुर जिले में 73 साल पुराने ऐतिहासिक रिश्ते को फिर से जीते हुए, देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र के दत्तक पुत्र बसंत पण्डो राष्ट्रपति मुर्मू से मिलेंगे।

नौशाद अहमद- सूरजपुर। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और सूरजपुर जिले के पण्डो समाज के बीच जुड़ा ऐतिहासिक रिश्ता एक बार फिर जिवंत होने जा रहा है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वर्ष वर्ष 1952 में पण्डो नगर आगमन के दौरान जिस मासूम बच्चे को गोद लेकर उसका नामकरण किया था। वही बसंत पण्डो देश की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे।

73 साल बाद होने वाली यह मुलाकात सिर्फ भावनात्मक नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दों को लेकर भी बेहद महत्वपूर्ण मानी है। बसंत पण्डो अपने समाज की जमीन के लंबित पट्टे जारी कराने और क्षेत्र के युवा वर्ग को रोजगार उपलब्ध कराने के विषय पर राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे।

राष्ट्रपति के सामने भूमि संबंधी समस्याओं का निकलेगा समाधान
एक दिन पहले ही उन्होंने मिडिया से बातचीत में राष्ट्रपति से मिलने की इच्छा जताई थी। बसंत पण्डो का कहना है कि, लंबित उनके समाज की भूमि संबंधी समस्याओं का समाधान अब राष्ट्रपति के सामने रखकर करवाना चाहते हैं। साथ ही, युवाओं के बेहतर भविष्य और सरकारी नौकरियों में अवसर दिलाने की भी मांग करेंगे।

जनजातीय गौरव समारोह
भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती के उपलक्ष्य में 20 नवंबर को छत्तीसगढ़ की धरती अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान पर राज्य स्तरीय भव्य जनजातीय गौरव दिवस समारोह का आयोजन किया गया है। इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शिरकत करेंगी। मुख्यमंत्री अकरा योजना का शुभारंभ करेंगी।

अंबिकापुर आएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों जनजातीय विद्रोहों के नायकों एवं स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा।इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा बैगा, गुनिया, हड़‌जोड़ सम्मान योजना का शुभारंभ किया जाएगा। वहीं सुबह 11: 20 मिनट में अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान पहुंचेंगी। वह दोपहर 12:52 तक कार्यक्रम में मौजूद रहेंगी और 12:53 बजे अंबिकापुर से रवाना हो जाएंगी ।

राज्यपाल, सीएम होंगे शामिल
जनजातीय गौरव दिवस समारोह के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास उईके, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव, विजय शर्मा, आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री ओमप्रकाश चौधरी, संस्कृति मंत्री राजेश अग्रवाल और सरगुजा लोकसभा के सांसद चिंतामणि महाराज विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में नगर-निगम अम्बिकापुर की महापौर मंजूषा भगत सहित मंत्री, सांसद, विधायक, निगम मण्डल, आयोग तथा जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि समाज के प्रबुद्धजन भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।

जनजातीय संस्कृति और कला का आयोजन
गौरव जनजातीय समारोह के दौरान 19 नवंबर को राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय गौरवशाली इतिहास एवं जन नायकों पर अधारित संगोष्ठी (स्वतंत्रता संग्राम में जनजातियों का योगदान) आयोजन होगा। साथ ही उत्तर छत्तीसगढ़ क्षेत्र जनजातीय लोक नृत्य महोत्सव, शहीद वीर नारायण सिंह लोककला नृत्य प्रतियोगिता तथा सरगुजा संभाग राज्य स्तरीय जनजातीय विकास प्रदर्शनी एवं क्राफ्ट मेला का आयोजन किया जाएगा।

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