नक्सल इलाके में पहुंचे डिप्टी सीएम शर्मा: हिड़मा और बारसे की माताओं से मिले, मुख्यधारा में आने के लिए प्रेरित करने की अपील

नक्सल लीडर हिड़मा की मां से मुलाकात करते डिप्टी सीएम विजय शर्मा
लीलाधर राठी-सुकमा। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान बीजापुर पहुंचे। पूर्वर्ती गांव में उन्होंने नक्सल लीडर हिड़मा की माता माड़वी पुंजी तथा बारसे देवा की माता बारसे सिंगे से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यदि वे पुनर्वास करते हैं तो सरकार उनका पूरा ध्यान रखेगी। नक्सल लीडर की माताओं ने भी वीडियो जारी कर अपने बेटों को पुनर्वास करने को कहा। उपमुख्यमंत्री ने नक्सल लीडर के परिवारों के साथ भोजन भी किया। उन्होंने सभी से संवाद करते हुए क्षेत्र में विकास की आवश्यकता पर चर्चा की।
इस बैठक में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर को अमन, चैन, शांति और सुरक्षा के साथ विकास के पथ पर अग्रसर करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। राज्य सरकार हर हाल में बस्तर को हिंसा मुक्त करने के लिए संकल्पित है। बस्तर में शांति, सुरक्षा और विकास सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वर्षों से बस्तर संभाग के आदिवासी अंचल विकास से वंचित रहे हैं लेकिन अब समय आ गया है कि सभी मिलकर बस्तर को शांति और प्रगति के मार्ग पर ले जाएँ। श्री शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय गृहमंत्री ने सशस्त्र नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए समयसीमा तय की है। इसी दिशा में शासन की ‘पुनर्वास नीति 2025’ के अंतर्गत बड़ी संख्या में माओवादी संगठन छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।

भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने की अपील
उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्राम प्रमुखों से आग्रह किया कि वे भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए पहल करें। श्री शर्मा ने कहा कि यदि समय रहते पुनर्वास नहीं किया तो सुरक्षा बल अपनी जिम्मेदारी निभाएँगे। जो लौट आएंगे, उनका लाल कालीन बिछा कर स्वागत किया जाएगा और उनके सुनहरे भविष्य के लिए सरकार संकल्पित है।
210 माओवादी हथियार छोड़कर कर चुके पुनर्वास
गृहमंत्री ने बताया कि जगदलपुर में 210 माओवादी एक साथ हथियारों छोड़कर पुनर्वास कर चुके हैं, जिनमें 92 युवा बीजापुर जिले के हैं। ये सभी पुनर्वास केंद्र में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने संबंधित परिवारों से अपील की कि वे अपने पुनर्वासित परिजनों से मिलने जरूर जाएँ ताकि उन्हें भी प्रोत्साहन मिले एवं अन्य भटके हुए युवाओं को भी लौटने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि वे स्वयं पूर्वर्ती गांव की नक्सल लीडर हिड़मा की वृद्ध माता से मिलकर उनके पुत्र को हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में आने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया है।

ये वरिष्ठ लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर संबित मिश्रा, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णन वाय, सीईओ जिला पंचायत नम्रता चौबे, उपनिदेशक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व संदीप बलगा, सहित जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, समाज प्रमुख एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
