खरीफ विपणन की निगरानी: प्रभारी सचिव ने धान उपार्जन केंद्रों का किया औचक निरीक्षण, किसानों ने पारदर्शिता पर जताया भरोसा

प्रभारी सचिव द्वारा धान उपार्जन केंद्रों का औचक निरीक्षण
लीलाधर राठी - सुकमा। खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 में धान खरीदी को सुचारू और किसान हितैषी बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रभारी सचिव श्यामलाल धावड़े ने आज सुकमा जिले के कई धान उपार्जन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ अपर कलेक्टर गजेन्द्र सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे।
गादीरास केंद्र में उन्होंने पंजीकृत किसानों की संख्या, खरीदी की प्रगति, टोकन कटिंग, उठाव की स्थिति, भुगतान और बारदाना-तिरपाल उपलब्धता समेत सभी महत्वपूर्ण पहलुओं की विस्तृत समीक्षा की। किसानों ने बताया कि इस वर्ष खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी, तेज और व्यवस्थित है।

सुकमा केंद्र में किसानों से मिला सकारात्मक फीडबैक
सचिव धावड़े इसके बाद सुकमा धान उपार्जन केंद्र पहुंचे और खरीदी व्यवस्था का अवलोकन किया। झापरा के किसान पोडियम जोगा ने बताया कि समिति से टोकन प्राप्त करने के बाद केंद्र पहुंचते ही बारदाना तुरंत मिल गया और उनका धान बिना किसी बाधा के खरीदा गया।
तोंगपाल केंद्र में भी खरीदी व्यवस्था की गहन समीक्षा
निरीक्षण के क्रम में सचिव तोंगपाल धान उपार्जन केंद्र भी पहुंचे। यहां उन्होंने पंजीकृत किसानों की संख्या, अब तक हुई खरीदी, कैरी फॉरवर्ड किसानों का नया पंजीयन, रकबा समर्पण और बारदाना उपलब्धता जैसे बिंदुओं की समीक्षा की।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं- सचिव ने दिए सख्त निर्देश
सचिव धावड़े ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि-
- धान खरीदी में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो
- किसानों को बारदाना समय पर उपलब्ध कराया जाए
- डीईओ एवं उठाव कार्य समयसीमा में पूरे हों
- किसानों के भुगतान में विलंब न हो
उन्होंने कहा कि खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी, त्वरित और किसान-केंद्रित बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
निरीक्षण के दौरान एसडीएम सूरज कश्यप, पीवी खेस, जिला खाद्य अधिकारी रवि कोमरा, डीएमओ राजेंद्र ध्रुव सहित कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। यह व्यापक निरीक्षण प्रशासन की संवेदनशीलता, तत्परता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
