सुकमा जेल का संयुक्त निरीक्षण: भोजन, चिकित्सा और स्वच्छता व्यवस्था की हुई जांच, 70 बंदियों को मिला साक्षरता प्रमाणपत्र

सुकमा जेल में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर
लीलाधर राठी - सुकमा। जिला जेल सुकमा में शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश (दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा)- संतोष कुमार आदित्य, प्रथम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश- मोहन प्रसाद गुप्ता, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट(सुकमा)- रमेश कुमार चौहान और सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण (दंतेवाड़ा)- आनंद दीप तिर्की द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान न्यायाधीशों का व्यापक अवलोकन
निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीशों ने विभिन्न बैरकों का भ्रमण करते हुए बंदियों से उनके केस संबंधी समस्याओं, भोजन की गुणवत्ता, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य उपलब्ध सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही उन्होंने जेल की पाकशाला, अस्पताल, पाठशाला, चिकित्सा एवं मनोरंजन सुविधाओं तथा स्वच्छता व्यवस्था का भी सूक्ष्म अवलोकन किया। स्वच्छता व्यवस्था देखकर न्यायाधीशों ने संतोष व्यक्त किया और इसकी प्रशंसा की।

70 बंदियों को मिला साक्षरता प्रमाणपत्र
जेल में वर्ष 2024 में संचालित उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत 70 बंदी साक्षर हुए। निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीशों द्वारा इन सभी बंदियों को गुलाब पुष्प और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए, जिससे बंदियों में आत्मविश्वास और उत्साह देखने को मिला।
100 बंदियों ने दी साक्षरता महापरीक्षा
वर्ष 2025 में इसी कार्यक्रम के तहत 100 निराक्षर बंदियों ने आज महापरीक्षा दी, इस परीक्षा का सफल संचालन इन द्वारा किया गया:
- पुरन नवरत्न (साक्षरता कार्यक्रम अधिकारी)
- नवीन जॉन (साक्षरता प्रभारी)
- भीखम लाल नेताम (केंद्राध्यक्ष)
- ऐशकुमार चकधारी (पर्यवेक्षक)
- तथा श्री प्रभुदास कश्यप (शिक्षा दूत)
अधिकारी एवं स्टाफ उपस्थित
निरीक्षण के अवसर पर राजेश कुमार बिसेन (सहायक जेल अधीक्षक), शिवानंद तिवारी (टीआई सुकमा), भीमा कवासी, तथा जेल स्टाफ टिकेश्वर सिंह ध्रुव, रमेश नेताम, गोविंदराम साहू, फग्गुराम ध्रुव, संतोष कुमार साहू, गन्नूराम दुग्गा सहित सभी प्रहरी उपस्थित रहे।
