सुकमा में विकास की नई पहल: सीमा से सटे मरईगुड़ा में पहले साप्ताहिक बाजार की शुरुआत, कई गांवों को मिलेगा सीधा लाभ

मरईगुड़ा में पहला साप्ताहिक बाजार
लीलाधर राठी - सुकमा। जनप्रतिनिधियों की सक्रियता और स्थानीय समुदाय की भागीदारी से दूरस्थ वनांचल क्षेत्र भी मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं। इसी क्रम में सुकमा के जनपद पंचायत कोंटा के मरईगुड़ा (वन) क्षेत्र में पहली बार साप्ताहिक बाजार की शुरुआत की गई, जो यहां के ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही मूलभूत आवश्यकता को पूरा करता है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल से शुरू हुआ बाजार
इस बाजार की शुरुआत जनपद सदस्य रमादेवी हपका, सरपंच स्वपना कोरसा और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से हुई। प्रशासन ने ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक पहल की और शनिवार से बाजार का संचालन औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया। शुभारंभ के अवसर पर ग्राम के माटी प्रधान ने पारंपरिक तरीके से नारियल फोड़कर बाजार की शुरुआत की। ग्रामीणों ने उत्साह के साथ इसमें भाग लिया और आयोजन पर प्रसन्नता जताई।

कई गांवों को मिलेगा सीधा फायदा
इस नए साप्ताहिक बाजार से आसपास के 15 से अधिक गांवों को सीधी सुविधा मिलेगी, जिनमें प्रमुख हैं-
- मरईगुड़ा (वन)
- रामपुरम
- लिंगनपल्ली
- कन्हैगुड़ा
- विरापुराम
- टेटेबंडा
- दोरामंगू
- कोतूर
- रेगड़गट्टा
- पुसगुफा
- गंगलेर
- जगावरम
- सोमलगुड़ा
- रेडलापल्ली
- चिन्नाबंकामडगु
- पेदाबंकामडगु
इन गांवों के ग्रामीण अब जरूरी सामान खरीदने और अपने उत्पाद बेचने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करेंगे।
स्थानीय रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा
बाजार शुरू होने से स्थानीय किसानों और कारीगरों को उत्पाद बेचने का नया अवसर मिलेगा, महिलाओं के लिए स्वरोजगार और आय के नए रास्ते खुलेंगे, कृषि उपज, जंगल उत्पाद और हस्तशिल्प के व्यापार में तेजी आएगी और तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा आएगी।
ग्रामीणों ने जताई खुशी
साप्ताहिक बाजार की शुरुआत से वनांचल क्षेत्र में नई उम्मीद जगी है। ग्रामीणों का कहना है कि यह बाजार न केवल व्यापार का केंद्र बनेगा, बल्कि लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का पुल भी साबित होगा।
