बस्तर ओलंपिक 2025: पारंपरिक खेलों से लेकर एथलेटिक्स तक, हर स्पर्धा में दिखा कड़ा मुकाबला

ज़ोन स्तरीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों का उत्साह और जोश
लीलाधर राठी- सुकमा। बस्तर ओलंपिक 2025 की सुकमा जिले में जबरदस्त धूम मची हुई है। शनिवार को आयोजित ज़ोन स्तरीय प्रतियोगिताओं में ग्रामीण अंचलों से आए सैकड़ों खिलाड़ियों का उत्साह और जोश देखते ही बना। हड़मा स्टेडियम सुकमा, पुलिस लाइन सुकमा तथा जगरगुंडा के खेल परिसर दर्शकों की तालियों और जयकारों से गूंज उठे। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव और जिला सीईओ मुकुन्द ठाकुर के मार्गदर्शन में आयोजित इन खेलों में खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

खेल, जोश और उत्सव का माहौल
जूनियर और सीनियर वर्ग में आयोजित इन प्रतियोगिताओं में बस्तर के पारंपरिक खेलों की आत्मा जीवंत हो उठी। खो-खो, कबड्डी और रस्साकस्सी के मुकाबलों में टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला, वहीं वॉलीबॉल में भी खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।

एथलेटिक्स ट्रैक पर भी खिलाड़ियों का दिखा दम
100, 200, 400 मीटर दौड़ और रिले रेस में धावकों ने अपनी गति से सभी को प्रभावित किया। इसके अलावा, लंबी कूद, ऊँची कूद, तीरंदाजी, तवा फेंक, गोला फेंक और भाला फेंक में भी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।

ग्रामीण खेल संस्कृति को मिली नई ऊर्जा
यह आयोजन केवल एक प्रतियोगिता भर नहीं रहा, बल्कि यह ग्रामीण खेल संस्कृति का उत्सव बन गया। जिला प्रशासन की बेहतरीन तैयारियों और व्यवस्थाओं के बीच, खेल मैदानों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और ग्रामीणों की भारी उपस्थिति ने माहौल को उत्सवमय बना दिया। दर्शकों की हुटिंग और तालियों ने खिलाड़ियों का मनोबल कई गुना बढ़ा दिया।

अब विकासखंड स्तर पर होगी भिड़ंत
यह आयोजन क्षेत्र में एकता, अनुशासन और खेल भावना का सशक्त संदेश दे गया है। ज़ोन स्तर पर विजयी रहे प्रतिभागियों को मुख्य अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। ये सभी विजेता खिलाड़ी अब 11 और 12 नवंबर को आयोजित होने वाली विकासखंड स्तरीय बस्तर ओलंपिक प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का परचम लहराएंगे।
