पुरानी बस्ती के 4 परिवारों को राहत: वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने कहा- शिकायतकर्ता ने किया गुमराह

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रायपुर। शहर के ब्राह्मणपारा वार्ड स्थित पुरानी बस्ती के 4 परिवारों ने अब राहत की सांस ली है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने साफ तौर पर कहा है कि बोर्ड की जिस जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत आई थी, वह जगह रहवासी स्थल से 200 मीटर दूरी पर है और पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए पांच दशक पुराने मकान व दुकानों को हटाया नहीं जाएगा। शिकायतकर्ता मुतवल्ली ने गलत जानकारी देकर वक्फ बोर्ड को गुमराह किया है, जिस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोगों को त्योहार के समय बोर्ड द्वारा नोटिस दिए जाने से होने वाली असुविधा के लिए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने खेद जताया है।
दरअसल, शनिवार को छत्तीसगढ़ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने पुरानी बस्ती पहुंचकर स्थल प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और भाजपा के वरिष्ठ नेता संदीप शर्मा तथा ब्राह्मणपारा वार्ड पार्षद अजय साहू के साथ स्थल निरीक्षण किया। स्थल निरीक्षण के बाद डॉ. सलीम राज ने कहा कि कब्रिस्तान की जगह पूर्व मध्यप्रदेश के समय की है, जिसका खसरा नंबर पहले अलग था, बाद में वह बदल गया है। यह जगह निर्माण स्थल से 200 मीटर दूरी पर है, निरीक्षण में हमने पाया कि वह जमीन पूरी तरह सुरक्षित है, उसमें किसी तरह का कोई अवैध कब्जा नहीं है। प्रभावित परिवारों को उन्होंने आश्वस्त किया कि बोर्ड की ओर से उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।
शिकायतकर्ता मुतवल्ली ने गलत जानकारी देकर वक्फ बोर्ड को गुमराह
शिकायतकर्ता मुतवल्ली ने गलत जानकारी देकर वक्फ बोर्ड को गुमराह किया है जिस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। त्योहार के समय पुरानी बस्ती के लोगों को वक्फ बोर्ड द्वारा नोटिस दिए जाने से मामला गरमाया। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने 29 अक्टूबर को बोर्ड कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। नोटिस प्राप्त 4 प्रभावित परिवारों सहित आसपास के लोगों के साथ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वक्फ बोर्ड के काले कानून को वापस लिए जाने की मांग करते हुए धरना दिया। बोर्ड कार्यालय के सामने महिलाओं ने हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए नोटिस वापस लेने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने बोर्ड दफ्तर घेराव से पहले बैजनाथ मंदिर मोतीबाग चौक में एकत्र होने के बाद रैली के रूप में वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंचे। पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के बाद भी सड़क पर घंटों प्रदर्शन किया गया था।
ये था मामला
पुरानी बस्ती इलाके में एक अरसे से रहने वाले 4 परिवारों को छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने दीपावली त्योहार के समय नोटिस दिया था, जिनमें डॉ. जौहरी, महराजा स्वीट्स के संचालक राजेश कुमार, कान्हा प्रोविजन स्टोर्स के संचालक अरविंद अग्रवाल शामिल का नाम था। नोटिस में वक्फ बोर्ड का दावा था कि पुरानी बस्ती क्षेत्र में वक्फ बोर्ड की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत आई है, इसलिए जमीन के दस्तावेज बोर्ड कार्यालय में जमा कराएं। प्रभावित परिवारों ने नोटिस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके पास जमीन के पूरे दस्तावेज हैं, नगर निगम को हर साल मकान और दुकान का टैक्स देते हैं, बोर्ड अपना कागज दिखाए और खसरा नंबर चेक करे, त्योहार के समय नोटिस भेजकर जबरिया परेशान करना गलत है। इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता संदीप शर्मा, वार्ड पार्षद अजय साहू ने प्रभावितों के साथ बोर्ड के दफ्तर भी गए, पर बोर्ड के अध्यक्ष से उनकी मुलाकात नहीं हुई। इसके लिए 6 नवंबर का समय दिया गया। इसी कड़ी में 8 नवंबर को बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज पुरानी बस्ती के संबंधित क्षेत्र में स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे। वहां उन्होंने प्रभावितों के अलावा ब्राह्मणपारा वार्ड पार्षद अजय साहू, भाजपा के वरिष्ठ नेता संदीप शर्मा के साथ स्थल का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि शिकायतकर्ता ने उनसे झूठी शिकायत की है। कब्रिस्तान वाली जगह 200 मीटर दूरी पर है, उसके आसपास कोई अतिक्रमण नहीं हुआ है।
