मां ने दिव्यांग बेटे को पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाया: शराब पीने और गाली-गलौज से थी परेशान, पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी महिला
अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के लालबाग थाना क्षेत्र से एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को हैरान कर दिया। एक मां ने अपने ही दिव्यांग बेटे को पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी मां सुहागा बाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह पूरी घटना अटल 22 सितंबर आवास कॉलोनी, पेंड्री की है, जिसने मानवीय रिश्तों की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मां ने बनाई पुत्र को मारने की योजना
पुलिस के अनुसार, 60 वर्षीय सुहागा बाई अपने 35 वर्षीय दिव्यांग बेटे वीरेंद्र साहू के व्यवहार से लंबे समय से परेशान थीं। वीरेंद्र, जो दोनों पैरों से दिव्यांग था और बैसाखी के सहारे चलता था, शराब पीने और गाली-गलौज करने की आदत से परिवार में तनाव का कारण बन गया था। सुहागा बाई ने बताया कि, बेटे की इन हरकतों से तंग आकर उसने दो दिन पहले ही उसे जलाकर मारने की योजना बनाई थी। इसके लिए उन्होंने 20 सितंबर को एक प्लास्टिक बोतल में पेट्रोल खरीदकर घर में छुपा रखा था।

पेट्रोल छिड़क कर माचिस से लगा दी आग
घटना वाले दिन सुहागा और वीरेंद्र के बीच सुबह फिर झगड़ा हुआ। वीरेंद्र ने मां को गाली-गलौज की, जिसके बाद सुहागा ने गुस्से में आकर पेट्रोल की बोतल निकाली और बेटे पर छिड़क कर माचिस से आग लगा दी। कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया, लेकिन पड़ोसियों के शोर मचाने पर उन्होंने पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। तब तक वीरेंद्र गंभीर रूप से झुलस चुका था। पड़ोसियों और वीरेंद्र की पत्नी हीना साहू ने 108 एम्बुलेंस बुलाकर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
रिश्तेदार के घर से आरोपी मां गिरफ्तार
लालबाग थाना पुलिस ने हीना की शिकायत पर अपराध क्रमांक 439/25 दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा और नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी राजेश साहू ने 24 घंटे के भीतर सुहागा बाई को गांधी चौक स्थित उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया।
सुहागा बाई को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया जेल
पूछताछ में सुहागा ने अपना अपराध कबूल किया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त माचिस की डिब्बी और पेट्रोल की बोतल भी बरामद की। सुहागा बाई को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं पर गंभीर सवाल उठाती है।
