राजनांदगांव में दशहरा उत्सव की भव्य तैयारियां: कटक से मंगाई है विशेष आतिशबाजी, दर्शको के लिए भी खास इंतजाम

रावण के पुतले
अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति हर वर्ष की भांति इस साल भी रावण दहन का भव्य आयोजन स्टेट स्कूल में करा रही है। इस बार यह आयोजन और भी खास है, क्योंकि रावण दहन कार्यक्रम के 30 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
यह उत्सव न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। हर साल इस आयोजन को देखने के लिए राजनांदगांव और आसपास के क्षेत्रों से हजारों लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं, जिससे शहर में उत्साह और उमंग का माहौल बन जाता है।
रंग-बिरंगे आतिशबाजी का प्रदर्शन
रावण दहन का यह कार्यक्रम बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, जो दशहरा पर्व के मूल भाव को दर्शाता है। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण यहाँ की आतिशबाजी है, जो कटक उड़ीसा से विशेष रूप से मंगाई जाती है। कटक की आतिशबाजी अपनी भव्यता और अनूठे डिजाइनों के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।रंग-बिरंगे आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। आतिशबाजी का यह शानदार प्रदर्शन न केवल बच्चों, बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करता है। राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई हैं।

दर्शकों के सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम
सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और दर्शकों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। यह आयोजन स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक एकता को भी प्रोत्साहित करता है। समिति के सदस्यों का कहना है कि इस वर्ष का उत्सव पिछले वर्षों की तुलना में और भी भव्य होगा। रावण दहन और आतिशबाजी के इस समारोह में शामिल होकर लोग न केवल पर्व का आनंद लेते हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति अपनी आस्था को भी मजबूत करते हैं।
