राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह की तैयारी: 7 जनवरी को निकलेगी भव्य शोभा यात्रा, हजारों लोग होंगे शामिल

राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह की तैयारी को लेकर हुई बैठक
श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह की तैयारी के लिए यसाहू समाज की बैठक हुर्द। आगामी 7 जनवरी 2026 को आयोजित होने जा रहे राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह की तैयारी के लिए 26 दिसंबर की दोपहर 1:00 बजे साहू छात्रावास परिसर, में राजिम भक्तिन माता समिति की एक महत्वपूर्ण एवं आवश्यक बैठक संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत विधिवत राजिम भक्तिन माता की आरती के साथ की गई।
इस बैठक में राजिम विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक रोहित साहू की विशेष उपस्थिति रही। बैठक को संबोधित करते हुए विधायक रोहित साहू ने कहा कि, समाज की आराध्य देवी राजिम भक्तिन माता की जयंती मनाना हम सभी के लिए गर्व का विषय है। इस पावन आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी को तन, मन और धन से आगे आना चाहिए। 7 जनवरी को समाजजनों को अपना काम- धाम बंद कर जयंती समारोह में शामिल होना चाहिए।

समारोह का लगातार हो रहा विस्तार
समिति के संरक्षक और छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पूर्व उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू ने कहा कि, यह जयंती समारोह वर्षों से निरंतर मनाया जा रहा है। इस वर्ष भी प्रदेश साहू संघ के माध्यम से यह आयोजन हर्षोल्लास के साथ संपन्न होगा और गर्व के साथ हम सबको जयंती समारोह में शामिल होना चाहिए। समिति के पूर्व अध्यक्ष मेहतरू राम साहू ने बताया कि, राजिम भक्तिन माता की जयंती आज़ादी के पूर्व से समिति के पदाधिकारियों द्वारा मनाई जाती रही है। समय के साथ इसका स्वरूप लगातार विस्तृत होता जा रहा है, जिससे समाज और अधिक संगठित हो रहा है।
महिलाओं को मिले विशेष महत्व- शारदा साहू
छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पूर्व महामंत्री दयाराम साहू ने कहा कि, पिछले तीन वर्षों से जयंती समारोह में नवाचार करते हुए हजारों सामाजिक जनों को कुर्सियों में बैठाकर भोजन भंडारा कराया गया, जो अत्यंत सराहनीय है, और आगे भी इसी प्रकार की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू ने कहा कि, यह आयोजन नारी शक्ति की वंदना का प्रतीक है। अतः समाज की महिलाओं को इस समारोह में विशेष महत्व दिया जाना चाहिए। जिला साहू संघ रायपुर ग्रामीण के अध्यक्ष देवनाथ साहू ने अधिक से अधिक समाजजनों को जयंती समारोह में शामिल करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की बात कही।

हजारों लोग जयंती समारोह में होंगे शामिल
धमतरी के साहू संघ उपाध्यक्ष राजेंद्र साहू ने बताया कि, अध्यक्ष गणेश साहू के नेतृत्व में तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। समिति के संरक्षक डॉ. रामकुमार साहू ने आयोजन को समाज के लिए गौरव का विषय बताते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। महासमुंद जिले से तहसील साहू संघ पिथौरा के अध्यक्ष मनोहर साहू और बागबाहरा तहसील साहू संघ के अध्यक्ष एवन साहू ने बताया कि, महासमुंद जिले में बैठकों का दौर जारी है और हजारों लोग जयंती समारोह में शामिल होंगे।
इनकी भी रही मौजूदगी
छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पूर्व महामंत्री दयाराम साहू, समिति के पूर्व अध्यक्ष मेहतरू राम साहू, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष चितरंजन साहू, समिति के संरक्षक डॉ. रामकुमार साहू, रूपेंद्र साहू, जिला साहू संघ रायपुर ग्रामीण के अध्यक्ष देवनाथ साहू, जिला साहू संघ धमतरी के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष राजेंद्र साहू, जनपद पंचायत कुरूद की पूर्व अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू, जनपद पंचायत फिंगेश्वर के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र साहू, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष घनश्याम साहू, किसान नेता चंद्रिका साहू, तहसील साहू संघ पिथौरा के अध्यक्ष मनोहर साहू, तहसील साहू संघ बागबाहरा के अध्यक्ष एवन साहू, मगरलोड तहसील साहू संघ के अध्यक्ष रोहित साहू, तहसील साहू संघ फिंगेश्वर के अध्यक्ष खोमन साहू, तहसील साहू संघ राजिम के अध्यक्ष जगदीश साहू, सामाजिक कार्यकर्ता श्रद्धा रानी साहू (भिलाई), समिति के अध्यक्ष लाला साहू, कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरी साहू सहित विशेष आमंत्रित सदस्यगण, कार्यकारी अध्यक्ष, उपाध्यक्षगण, महामंत्रीगण, महासचिवगण, संगठन मंत्रीगण, प्रचार मंत्रीगण, समस्त प्रकोष्ठों के संयोजकगण, जिला साहू संघ गरियाबंद, रायपुर ग्रामीण, महासमुंद, धमतरी जिले के तहसील, परिक्षेत्र और नगर अध्यक्षगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने आयोजन को सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
अंत में छत्तीसगढ़ी व्यंजन अरसा का कराया गया जलपान
इस बैठक के दौरान उपस्थित नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का किसान गमछा भेंट कर सम्मान किया गया। समिति के अध्यक्ष लाला साहू ने बैठक में पधारे सभी गणमान्यजनों एवं पदाधिकारियों के प्रति समिति की ओर से हृदय से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन समिति के उपाध्यक्ष नूतन साहू ने किया। अंत में बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन बरा और अरसा रोटी का जलपान कराया गया।
