छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस: सीएम साय ने दी प्रदेश वासियों को बधाई, बोले- हम निरंतर प्रगति के पथ पर हैं अग्रसर

छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना करते हुए सीएम साय
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, खुशहाली और सर्वांगीण विकास की कामना की।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक संस्कृति के अनुरूप पूजा-अर्चना कर राज्य की धरोहर, संस्कृति, मातृशक्ति और स्वाभिमान की प्रतीक छत्तीसगढ़ महतारी को नमन किया। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ महतारी हमारी अस्मिता, आस्था और गर्व का प्रतीक हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रायपुर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, खुशहाली और सर्वांगीण विकास की कामना की। उन्होंने… pic.twitter.com/sD0nMUlRVf
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 1, 2025
अनेक योजनाएँ की जा रही हैं संचालित
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, यह भूमि मातृशक्ति की आराधना वाली भूमि है और छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से ही प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने प्रदेशवासियों को राज्योत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, राज्य सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार आम जनता के जीवनस्तर में सुधार, महिला सशक्तिकरण, कृषि विकास, युवाओं को रोजगार, आदिवासी समाज की उन्नति और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।

इस अवसर पर ये रहे उपस्थित
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, रजत जयंती वर्ष प्रदेश के लिए नई ऊर्जा और संकल्प का प्रतीक है। यह दिन विशेष रूप से गौरव का क्षण है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छत्तीसगढ़ आगमन है और राज्य स्थापना दिवस पर अनेक ऐतिहासिक कार्यक्रम होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से आने वाले समय में प्रदेश निश्चित ही देश के अग्रणी और समृद्ध राज्यों में अपनी सशक्त पहचान स्थापित करेगा। इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा सहित गणमान्य नागरिक और प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
