छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन की गुहार: सरकार दीपावली से पहले जारी करे दोनो किस्तों की 5% डीआर

एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज नायक
रायपुर। छत्तीसगढ़ के अधिकारी-कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार से दिवाली के पहले पेंशनरों की 5% महंगाई राहत (डीआर) की दोनों किस्तें जारी करने की मांग की है। एसोसिएशन ने राज्य सरकार से मांग की है कि जनवरी 2025 से लंबित 2% डीआर (महंगाई राहत) तथा जुलाई 2025 से बकाया 3% डीआर की दोनों किस्तें (कुल 5%) एरियर सहित तत्काल जारी की जाएं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज नायक, महामंत्री उमेश मुदलियार, जिला संरक्षक विजय झा,सचिव बेनीराम गायकवाड़, बी.पी.कुरील, विश्वनाथ ध्रुव,राजेन्द्र उमाठे, प्यारेलाल सेन,राकेश त्रिवेदी, यशवंत भोंसले, विमल कुंडू, मानक पाण्डेय ने संयुक्त रूप से जारी विज्ञप्ति में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2025 को कैबिनेट में 3% डीए-डीआर बढ़ोतरी की घोषणा के बाद अधिकांश राज्य सरकारें (जैसे राजस्थान, बिहार आदि) ने अपने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की चुप्पी पेंशनरों के बीच गहरी निराशा और असंतोष का कारण बन रही है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अपने कार्यरत कर्मचारियों को दो प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान कर चुकी है। किंतु पेंशनरों को महंगाई राहत का भुगतान रोक दी गई है। राज्य सरकार का यह दोहरा मापदंड पेंशनरों के लिए पीड़ा दायक है।
डीआर राशि जारी न होने से बुजुर्ग पेंशनर परेशान
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि पहले से सीमित पेंशन पर बढ़ती महंगाई का दबाव असहनीय हो चुका है। जनवरी से अब तक की लंबित डीआर राशि जारी न होने से बुजुर्ग पेंशनर तनावग्रस्त हैं। त्योहारी मौसम में यह संवेदनशील विषय बन गया है। दिवाली जैसे पावन पर्व पर जब पूरा देश खुशियां मना रहा है, तब छत्तीसगढ़ के पेंशनरों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं।
सरकार से की जारी करने की अपील
एसोसिएशन ने राज्य सरकार को केंद्र एवं अन्य राज्यों की तर्ज पर जनवरी 2025 से लंबित 2% तथा जुलाई 2025 से बकाया 3% डीआर की दोनों किस्तों का भुगतान एरियर सहित शीघ्र आदेशित करना चाहिए। यदि सरकार ने शीघ्र सकारात्मक कदम नहीं उठाया, तो पेंशनरों में असंतोष और बढ़ेगा तथा यह दिवाली खुशियों की नहीं, चिंता की बन जाएगी। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से भावनात्मक अपील की है कि, बुजुर्ग पेंशनरों को उनका वाजिब हक दिवाली से पहले प्रदान किया जाए, ताकि वे भी इस पर्व को गरिमा और प्रसन्नता के साथ मना सकें।
