पकड़ा गया कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र तोमर: एमपी के ग्वालियर में पुलिस ने किया गिरफ्तार, रायपुर लेकर आ रही टीम

पकड़ा गया कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र तोमर : एमपी के ग्वालियर में पुलिस ने किया गिरफ्तार, रायपुर लेकर आ रही टीम
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सूदखोर वीरेंद्र तोमर 

रायपुर के कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र उर्फ रूबी तोमर को पुलिस ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। अब उसे सड़क मार्ग से रायपुर लाया जा रहा है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र उर्फ रूबी तोमर को पुलिस ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। वीरेंद्र तोमर बीते 151 दिन से फरार था और पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था। अब उसे सड़क मार्ग से रायपुर लाया जा रहा है। वहीं रोहित तोमर की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई है।

रोहित तोमर पर कई है केस दर्ज
सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर के बाउंसरों ने प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला के साथ मारपीट की थी। क्राइम ब्रांच और पुलिस के तीन दर्जन से अधिक जवान रोहित तोमर को गिरफ्तार करने पहुंचे। रोहित तोमर के खिलाफ सोमवार को मारपीट और गुंडागर्दी का केस तेलीबांधा थाने में दर्ज हुआ है। इससे पहले भी वह कई गंभीर मामलों में जेल जा चुका है। रोहित तोमर पर सूदखोरी, मारपीट और गोली चलाने के कई संगीन मामले दर्ज है। लेकिन अब तक उस पर किसी भी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लेकिन रायपुर ग्रामीण एसपी के निर्देश के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि, इस बार पुलिस उस पर कड़ाई से लगाम लगाने की तैयारी कर रही है।

राजधानी में चलाता है सूदखोरी का अवैध धंधा
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सूदखोरी के अवैध धंधे की बात की जाय तो रोहित तोमर सबसे चर्चित नाम है। उसकी गुंडई के किस्से किसी से छुपे नहीं हैं, फिर चाहे वो किसी क्लब में गोली चलाना हो...या फिर घर में घुसकर जबरन वसूली करना हो। राजधानीवासी इससे काफी परेशान रहे है। फिर चाहे यह सरगना जेल में बंद हो या फिर बाहर लोगों को इससे आतंक से मुक्ति नहीं मिल रही है। किसी की शिकायत पर पुलिस इसे उठाकर जेल में बंद कर देती है तो इसके गुर्गे उसे डराना- धमकाना शुरू कर देते हैं। इस सूदखोर बदमाश के हौसलें इतने बुलंद रहते हैं कि, वह जेल में बंद रहता है तो भी अपने गुर्गों से धमकी दिलवाता रहता है और केस वापस लेने के लिए पीड़ितों को धमकाता रहता है। उसके इसी तरह की हरकतों से तंग एक व्यापारी ने लगभग डेढ़ साल पहले पुलिस से अपने और परिवार की सुरक्षा की मांग की थी।

ज्वेलर की दुकान से जबरदस्ती लेकर जाते थे सोना
शुक्रवार को प्रार्थी जय कुमार बदलनी ने सिटी कोतवाली थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि, बदमाश रोहित सिंह तोमर और रूबी तोमर से अपने ज्वेलरी दुकान में पैसे की कमी होने से 5 लाख रूपये ब्याज में कर्ज के तौर पर लिया था। जिसका 1,75,000 रुपए उन्होंने तत्काल ब्याज के तौर पर जमा कर दिया और बाकी 3,25,000/ रुपए किस्तों में दिया। लेकिन तब तोमर भाई उसकी दुकान में आते और 5000 ले जाते। जिसका हिसाब करने कहने पर अभी और पैसा है ऐसा कहकर चले जाते थे। तोमर भाई इतने शातिर थे कि, वे सोना खरीदने उसकी दुकान में आते कुछ रकम देकर बाकी हिसाब में जोड़ देना कह कर चले जाते थे।

5 लाख के बदले 2 करोड़ 5 लाख रुपये मांगे
प्रार्थी द्वारा लगातार कहने पर उन्होंने जब हिसाब किया तो उसके होश उड़ गए। बदमाश तोमर भाइयों ने 2 करोड़ 5 लाख रूपये उसे देने के लिए कहा। साथ ही पैसा नहीं देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी देने लगे। तब जाकर थक-हारकर उसने मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई। व्यापारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध 215/19 धारा 384, 327, 506बी, 34 भा.द.वि. मामला पंजीबद्ध कर लिया। पीड़ित की शिकायत पर बदमाश रोहित सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह तोमर, रोहित उर्फ रूबी सिंह तोमर, कमल नारायण कुर्रे, विनोद चौरसिया और आर्यन उर्फ संतोष हबलानी को विधिवत गिरफ्तार कर कर लिया गया है। वहीं इस मामले में फरार आरोपी वेद प्रकाश सिंहा फरार होने में कामयाब रहा था। जिसका 173(8) जा.फौ. में विवेचना किया जा रहा था।

4 लाख की जगह वसूले 7 लाख
तोमर भाइयों के सूदखोरी के साम्राज्य का एक और वाकया सामने आया है। जहां एक और व्यापारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि, बदमाश रोहित सिंह तोमर, रूबी सिंह तोमर और वेद प्रकाश सिंह उससे जबरन पैसे मांगते हैं। साथ ही वे उसे अश्लील गाली देकर मारपीट करते हैं और उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। जिसकी रिपोर्ट उसने थाने में दर्ज कराई, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने 216/19 धारा 384 327 294 323 506बी, 34 भा. द. वि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। इस मामले में प्रार्थिया के पति हरीश कच्छुवा द्वारा ज्वेलर्स दुकान में पैसे की कमी होने से 3,50,000/ रुपए कर्ज के तौर पर लिया था। जिसका भुगतान उनके द्वारा किस्तों में 4 लाख रूपये कर दिया। लेकिन तब भी रोहित तोमर, रूबी तोमर और वेद प्रकाश सिंहा पैसा बाकी है कहकर धमकी देकर वसूली करते थे। 7 लाख रूपये जबरन ऐंठने के बाद भी वे कहते कि, पैसा और बाकि है। बदमाश आये दिन उसकी दुकान में आकर धमकी देकर विवाद करते थे।

घर में आकर करते थे मारपीट और गाली-गलौच
कर्ज देते समय बदमाशों ने पीड़ित से चेक और एग्रीमेंट कराया था और अब ये उसको भी वापस नहीं कर रहे थे। जिसके कारण प्रार्थिया के पति हरीश ने अपने ज्वेलर्स दुकान को बंद कर दिया। उसके बाद भी रोहित तोमर, रूबी तोमर और वेद प्रकाश सिंहा उनके घर आते और जबरन वसूली करते थे। जिसके बाद इस मामले में विवेचना दौरान आरोपी रोहित सिंह तोमर और रूबी सिंह तोमर को विधिवत गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड में लिया गया। लेकिन वेद प्रकाश सिंहा लगातार 5 वर्षों से प्रकरण में फरार चल रहा था जिसका 173(8) जा. फौ. के तहत अपराध विवेचना किया जा रहा था। पतासाजी के दौरान पता चला कि, वेद प्रकाश सिंहा साई विला भाटागांव रायपुर में है. जिसे संभावित स्थान मिलने पर प्रकरण के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया जिसमें आरोपी द्वारा अपराध कबूल करने पर विधिवत गिरफ्तार किया गया एवं न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया है।

हाईपर क्लब केस में पुलिस निकाल चुकी है जुलूस
हाईपर क्लब के बाहर फसाद करने वाले आदतन बदमाश रोहित तोमर का बड़ा भाई फिर से शहर के बड़े नेता के घर मंडराने लगा है। दरबारियों की मानें तो इस वारदात से चंद रोज पहले ही उसे नेताजी का आशीर्वाद भी मिल गया था। तो क्या यह माना जाए कि, रोहित तोमर के हौसले उसी आशीर्वाद के चलते फिर से बुलंद हो गए? अब अगर इस बदमाश पर कड़ी कार्रवाई जैसे कि, जिला बदर करना, घर पर अवैध निर्माण को बुलडोजर से ढहाना आदि नहीं हुई.. तो राजधानीवासी यह मान लेंगे कि, सरकार बदली पर कल्चर नहीं बदला। हालांकि सरकार पुलिसिंग पर जोर देकर अपराधियों पर नकेल सकने की मंशा दिखा रही है। लेकिन मंशा रखने भर से सब कुछ ठीक नहीं हो जाता, सरकार में बड़े पदों पर बैठे लोगों को यह भी देखना होगा कि, उनके अपने बीच से कौन लोग इस मंशा पर पानी फेरने की कोशिशों में लगे हैं।

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