महाराजबंध तालाब की सफाई में जुटी ग्रीन आर्मी: समाज को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेश

सफाई करती हुई ग्रीन आर्मी की टीम
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का सबसे बड़ा जलस्रोत महाराजबंध तालाब इन दिनों स्वच्छता और जन-जागरूकता की मिसाल बनता जा रहा है। वर्षों से अनदेखी का शिकार हो रहे इस तालाब को फिर से स्वच्छ और जीवनदायी बनाने का बीड़ा संयुक्त भारतीय धर्म संसद छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमर अग्रवाल ने उठाया है। उनके नेतृत्व में ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छता अभियान लगातार चौथे दिन भी पूरे उत्साह और समर्पण के साथ जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार, 16 दिसंबर को प्रातः 6:30 बजे से 9:00 बजे तक चल रहे इस अभियान में ग्रीन आर्मी के सदस्य स्वयं तालाब में उतरकर टनों कचरा निकाल रहे हैं। डॉ. अमर अग्रवाल ने बताया कि, यह अभियान तब तक निरंतर जारी रहेगा, जब तक महाराजबंध तालाब पूरी तरह स्वच्छ नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि, यह सफाई अभियान के साथ ही समाज को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का एक प्रयास है।

15 से 20 मातृशक्तियों का भी मिला योगदान
इस अभियान में 15 से 20 मातृशक्तियों की सक्रिय भागीदारी विशेष रूप से प्रेरणादायक है, जो स्वयं श्रमदान कर समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। किरण तिवारी, मिथिला अग्रवाला सहित अन्य महिलाएं नियमित रूप से इस सेवा कार्य में जुटी हैं। वहीं ममता यदु ने कहा कि, यह कार्य गंदगी हटाने के साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण छोड़ने का संकल्प है।

पर्यावरण संरक्षण की एक मजबूत पहल
ग्रीन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमिताभ दुबे ने कहा कि, यह अभियान सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की एक मजबूत पहल है। उन्होंने डॉ. अमर अग्रवाल की कार्यशैली, ऊर्जा और उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि, उनका नेतृत्व पूरी टीम को निरंतर प्रेरित करता है।

जनसहभागिता से कोई भी लक्ष्य हो सकता है हासिल
अमिताभ दुबे ने समाज और नगर निगम के सहयोग के लिए अपर आयुक्त विनोद पांडेय और भाटागांव निगम कमिशनर यादव का भी पूरी टीम की ओर से हृदय से आभार व्यक्त किया। महाराजबंध तालाब में चल रहा यह स्वच्छता अभियान शहर की तस्वीर बदल रहा है। यह अभियान समाज को यह संदेश दे रहा है कि, यदि इच्छाशक्ति हो, तो जनसहभागिता से किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
