धनतेरस पर बरसा धन: 1200 करोड़ की गाड़ियां बिकीं, इतनी डिमांड की आधी डिलीवरी हो पाई

धनतेरस पर बरसा धन : 1200 करोड़ की गाड़ियां बिकीं, इतनी डिमांड की आधी डिलीवरी हो पाई
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File Photo 

धनतेरस पर शनिवार को राजधानी रायपुर के साथ प्रदेशभर के बाजारों में सुबह से लेकर देर रात तक जमकर धनवर्षा हुई।

रायपुर। धनतेरस पर शनिवार को राजधानी रायपुर के साथ प्रदेशभर के बाजारों में सुबह से लेकर देर रात तक जमकर धनवर्षा हुई। धनतेरस दो दिनों का होने के कारण रविवार को भी दोपहर तक खरीदारी होगी। ऑटोमोबाइल सेक्टर में उम्मीद से ज्यादा का कारोबार हुआ और एक ही दिन में 50 हजार वाहन बिके हैं। वैसे कारों की कमी के कारण ग्राहकों को कारें नहीं मिल पाई हैं। छह हजार कारों की एडवांस बुकिंग थी, इसमें 50 फीसदी कारों की डिलीवरी हुई है। बाकी कारें रविवार को या इसके बाद ही मिल पाएंगी। दूसरा सबसे बड़ा कारोबार सराफा में हुआ। प्रदेश में ग्राहकों ने हजार करोड़ का सोना और चांदी लिया है। रीयल एस्टेट में इस समय हल्की मंदी है।

ऐसे में इस बार ज्यादा से ज्यादा 200 करोड़ का ही कारोबार हो पाया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल सेक्टर में 600 करोड़ का कारोबार हुआ है। गांव के लोगों ने भी महंगे मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम लिए हैं। इसके अलावा बर्तन, फर्नीचर, कपड़ा बाजार, मिठाई और गिफ्ट आइटम को मिलाकर 600 करोड़ का कारोबार हुआ। सभी सेक्टरों को मिलाकर एक ही दिन में करीब चार हजार करोड़ का कारोबार हुआ। राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश के सभी शहरों के बाजार में धनतेरस पर दोपहर के बाद खरीदारी करने के लिए ग्राहक पहुंचे। सबसे ज्यादा रस रात के समय रहा। रात के समय लोगों ने फुर्सत के साथ अपनी पसंद के सामानों की खरीदारी की। हर सेक्टर के बाजार में सुबह से लेकर देर रात तक ग्राहकों का मेला लगा रहा।

महंगे मोबाइल और एलईडी खूब बिके
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटमों में एसी, कंप्यूटर, फ्रिज, वॉशिंग मशीन सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के साथ मोबाइल का भी जमकर कारोबार हुआ। कई कंपनियों ने नए मॉडल लांच किए हैं। मालवीय रोड व्यापारी संघ के राजेश वासवानी के मुताबिक जीएसटी कम होने के कारण कारोबार ज्यादा हुआ है। गांवों के लोगों ने भी महंगे मोबाइल के साथ महंगे एलईडी की खरीदारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल सेक्टर को मिलाकर प्रदेश भर में 600 करोड़ का कारोबार हुआ है।

रीयल एस्टेट में मंदी
रीयल एस्टेट धनतेरस पर इस बार बीते साल से कम कारोबार हुआ है। रीयल एस्टेट में इस समय मंदी का दौर चल रहा है। ऐसे में इस बार राजधानी रायपुर के साथ मिलाई, दुर्ग, कोरबा, बिलासपुर सहित हर शहर में जो योजनाएं चल रही हैं, इनमें मुश्किल से सौ करोड़ का ही कारोबार हो सका है। करीब सौ करोड़ के प्लाट भी बिके हैं। बिल्डरों के मुताबिक जिनको घरों की जरूरत है, वे ही लोग अब घर ले रहे हैं। निवेश करने वाले सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों के कारण उसमें निवेश कर रहे हैं।

उम्मीद से ज्यादा बिके वाहन
ऑटोमोबाइल सेक्टर में जमकर बूम रहा। राजधानी रायपुर के साथ प्रदेशभर में एक ही दिन में करीब 25 हजार वाहनों के बिकने का अनुमान था, लेकिन इसके विपरीत इससे ज्यादा वाहन बिके। ग्राहकों ने परेशानी से बचने के लिए पहले ही वाहनों की बुकिंग करा ली थी। जहां 40 हजार से ज्यादा दुपहिया वाहन बिके हैं, वहीं छह हजार कारों की बुकिंग थी। कारों की सप्लाई कम होने के कारण ग्राहकों को प्रदेश भर में तीन हजार कारें ही मिल सकीं हैं। बची कारों के कल तक मिलने की संभावना है। इसके अलावा ऑटो, कमर्शियल वाहन, ट्रैक्टर और अन्य वाहन भी बिके। कुल मिलाकर 1200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। फाडा के छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष विवेक गर्ग के मुताबिक इस बार बीते साल से ज्यादा कारोबार हुआ है। इस बार जीएसटी कम होने के कारण बुकिंग भी बहुत हुई है। कारों की पूरी डिलीवरी नहीं हो सकी है। रविवार और सोमवार को बची कारों की डिलीवरी होने की संभावना है।

बजट के हिसाब से खरीदा सोना-चांदी
धनतेरस पर सराफा में बड़ा कारोबार हुआ। अनुमान था कि धनतेरस से पहले सोना सवा लाख रुपए तक जा सकता है, लेकिन सोना इससे भी ज्यादा हो गया है। धनतेरस पर सोना एक लाख 32 हजार और चांदी 169500 रुपए किलो बिकी। सोने और चांदी की कीमत ज्यादा होने के कारण ग्राहकों ने तो अपने बजट के हिसाब से ही सोना और चांदी खरीदा। जो पहले दो तोला सोना लेते थे, वो इस बार एक तोला से भी कम ही ले पाए। इसी तरह से चांदी के जेवर और चांदी भी अपने बजट के हिसाब के कम मात्रा में ली। निवेश करने वालों ने भरपूर सोना और चांदी लिया है। जो लोग पहले मकानों और प्लाट में निवेश करते थे,शेष वे लोग भी सोने में ही निवेश कर रहे हैं। सराफा कारोबारियों के मुताबिक एक ही दिन में पूरे प्रदेश में हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। रायपुर सराफा कारोबारी लक्ष्मीनारायण लाहोटी ने बताया धनतेरस पर सोने से ज्यादा चांदी के सिक्के खूब बिके। इसी के साथ चांदी का अष्टलक्ष्मी लोटा, श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र, लक्ष्मी-गणेश मूर्ति, कछुआ की ज्यादा बिक्री हुई है। सराफा कारोबारी हरख मालू के मुताबिक सोने और चांदी के दाम ज्यादा होने के बाद भी कारोबार कम नहीं हुआ है।

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