हत्यारों की राजधानी: महज 24 दिन में कर डाले 9 मर्डर, ज्यादातर में शराब- सूखा नशा ही बने वजह

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मोहम्मद हसन- रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपराध का ग्राफ दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। शहर में लगातार हो रही चाकूबाजी और अन्य अपराधों को देखते हुए लगता है कि, अपराधियों में अब कानून का खौफ खत्म हो गया है। राजधानी रायपुर में हत्या की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं। महज 24 दिनों के भीतर राजधानी में 9 मर्डर की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ताज़ा मामला विधानसभा थाना इलाके से सामने आया है, जहां एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई और पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर शव को जलाने की कोशिश की गई। बढ़ती हत्याओं पर देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट।
वहीं मंगलवार रात खम्हारडीह इलाके में शराब खरीदने जा रहे दो युवकों के बीच ट्रैफिक में खड़े होने को लेकर हुई मामूली बहस इतनी बढ़ गई कि एक युवक ने दूसरे को चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज में दो लोग लड़ाई करते नजर आ रहे है। लड़ाई के बाद सन्नी दुर्गेश को चाकू मारते CCTV में कैद हुआ। दरअसल, देर शाम शराब खरीदने भट्टी पर ट्रैफिक जाम को लेकर बहस हुई थी। शराब पीने के बाद यह बहस खूनी वारदात में तब्दील हो गई।
खेत में मिली युवक की अधजली लाश
रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया। जब एक खेत में युवक की अधजली लाश मिली। युवक के सिर पर किसी भारी चीज से हमला किया गया था। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपियों ने शव पर पेट्रोल डालकर उसे जलाने की कोशिश की। ताकि, मृतक की पहचान छिपाई जा सके। वहीं मंगलवार की रात में ही कचना में युवक की हत्या का कर दी गई।
राजधानी रायपुर में 24 दिन में हुई 9 हत्याएं
- 1 दिसंबर- उरला में फूल सिंह की चाकू मारकर हत्या
- 14 दिसंबर- नवापारा: संतोष साहू के बेटे की हत्या
- 16 दिसंबर- आपसी विवाद में ललित यादव की हत्या
- 17 दिसंबर- खरोरा में लूट के दौरान शिव साहू की हत्या
- 18 दिसंबर- मोवा इलाके में दिनेश निषाद की चाकू मारकर हत्या
- 21 दिसंबर- उरला: मिहिर खत्री की हत्या
- 22 दिसंबर- ब्लू वाटर खदान में सिर कटी लाश मिली
- 23 दिसंबर- विधानसभा थाना क्षेत्र में सुबह एक खेत में युवक की अधजली लाश मिली
- 23 दिसंबर- रात में कचना इलाके में मामूली विवाद में युवक की हत्या
बड़ा सवाल- क्या सच में है राजधानी सुरक्षित
इन 9 हत्याओं में से 4 मामलों में आरोपी नाबालिग बताए जा रहे हैं। उरला और मोवा इलाके में धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान भी युवकों की हत्या की घटनाएं सामने आई हैं। जिससे राजधानी की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। राजधानी में मर्डर के बढ़ते आंकड़े डराने वाले हैं। 24 दिन में 9 हत्याए हो गई है। कई मामलों में न आरोपी पकड़े गए हैं और न ही मृतकों की पहचान हो पाई है। ऐसे में सवाल यही है क्या राजधानी वाकई में सुरक्षित है?
