माफियाओं के हौसले बुलंद: मैकल पर्वत में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन, पर्यावरण और वन्यजीवों पर मंडराया संकट

मैकल पर्वत में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन
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मैकल पर्वत श्रृंखला में अवैध पत्थर उत्खनन

मैकल पर्वत श्रृंखला में अवैध पत्थर उत्खनन तेज़ी से बढ़ रही हैं। मरवाही वन मंडल की कार्रवाई और रोक के बाद भी खनन माफियाओं ने फिर शुरू किया उत्खनन।

आकाश पवार- पेंड्रा। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा पर फैली मैकल पर्वत पर पत्थरो का उत्खनन धड़ल्ले से जारी है। मरवाही वन मंडल की संयुक्त टीम के जांच में अवैध उत्खनन के खुलासे के बाद भी खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।

स्टोन क्रेशर मैकल पर्वत श्रृंखला को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं इन सरस्वती मिनरल्स, सरस्वती माइनिंग एंड क्रासिंग, मेहता स्टोन क्रेशर के द्वारा नियमों के उल्लंघन कर उत्खनन किया जा रहा है। जिसके खिलाफ कार्यवाही के लिए वनमंडल अधिकारी ने NGT सहित मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कलेक्टर और खनिज विभाग को पत्र लिखा है, निरीक्षण कर कार्यवाही की अनुशंसा की है।

नियमों के उल्लंघन से वन्य जीवों पर पड़ रहा असर
इसके बाद भी अनूपपुर जिला प्रशासन का रवैया पर्यावरण के प्रति संवेदनशील नहीं है। जिसके फल स्वरुप स्टोन क्रेशरो के द्वारा धड़ल्ले से मैकल पर्वत पर उत्खनन जारी है। वहीं इस जांच में कई अहम खुलासे भी हैं, जिसमें क्रेशर मालिको के द्वारा नियमो की जमकर अवहेलना किया जा रहा है। इन फर्मो के द्वारा न ही मौके पर वृक्षरोपण और हरित पट्टी विकसित किया गया है और न ही धूल और ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए कोई उपकरण लगाए गए हैं। नियमो के अनदेखी से पर्यावरण और वन्य जीवों पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ रहा है।

मशीनों से पहाड़ों को तोड़ा जा रहा
दरअसल, मैकल पर्वत कभी अपनी हरियाली, जैव विविधता और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों के लिए जानी जाती थी। लेकिन अब करँगरा घाटी और लालपुर के पहाड़ों पर चल रही अवैध माइनिंग और क्रेशर गतिविधियां इसे धीरे-धीरे खोखला कर रही हैं। बड़े-बड़े मशीनों से पहाड़ों को तोड़ा जा रहा है, पत्थरों को क्रश कर बाजारों में बेचा जा रहा है। इस दौरान एनजीटी और शिया के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

मामले को लेकर दी गई थी हिदायत
इस खबर के सुर्खियों में आने के बाद छत्तीसगढ़ के मरवाही वन विभाग ने कार्यवाही करते हुई मैकल पहाड़ की करंगरा में उत्खनन पर रोक लगा दिया। हिदायत दी गई थी कि, जब तक जांच पूरी नही होती है तब तक करंगरा घाटी में किसी प्रकार का कोई उत्खनन नही होगा। अगर किसी के द्वारा अवैध माइनिंग करते पाया गया तो तत्काल कार्यवाही की जाएगी।

मैकल पर्वत श्रृंखला का अस्तित्व खतरे में
गौरतलब है कि, मरवाही वन मंडल ने मध्यप्रदेश के अनुपपुर प्रशासन को भी पत्र लिखा लेकिन प्रशासन के सुस्त रवैया से अब एक बार फिर से खनन माफियाओ द्वारा करंगरा घाटी में अवैध उतख़नन शुरू कर दिया गया है। अवैध उतखनन के कारण एक बार फिर से मैकल पर्वत श्रृंखला का अस्तित्व खतरे में नजर आने लगा है।


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