सड़क किनारे काट डाले गए बरगद के दो पेड़: सरपंच और एक सरकारी कर्मचारी की करतूत पर भड़का ग्रामीणों का आक्रोश

कटा हुआ बरगद का पेड़
सोमा शर्मा- नवापारा। एक ओर सरकार 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान चलाकर सभी से ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने की अपील कर रही है। वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधि बरगद जैसे विशाल फलते-फूलते वृक्ष की बिना अनुमति के ही अवैध रुप से कटाई कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला गोबरा नवापारा से लगे ग्राम पंचायत तर्री में शीतला मंदिर के पास सड़क किनारे स्थित दो वट वृक्ष (बरगद) को ग्राम पंचायत तर्री के सरपंच और शासकीय कर्मचारी द्वारा कटवाए जाने का गंभीर मामला प्रकाश में आया है।
पेड़ कटाई को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध
बताया जा रहा है कि, पेड़ को काटकर ट्रैक्टर से ले जाया जा रहा था, जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया। आपको बता दें कि, जब ग्राम पंचायत के पंचों ने इस अवैध कार्यवाही का विरोध किया तो पेड़ से लदी हुई गाड़ी को सरपंच पति लखन लाल सिन्हा ने वहां से भगा कर ले जाया गया और सरपंच का बचाव किया गया।
नवापारा के तर्री गांव में सरपंच पर वट वृक्ष की अवैध कटाई का आरोप। ग्रामीणों ने विरोध कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की...@RaipurDistrict #Chhattisgarh #SaveTrees pic.twitter.com/p59sFh2Ef2
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 21, 2025
वट वृक्ष भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है- समस्त ग्रामीण
इस दौरान उपसरपंच विवेक शर्मा ने कार्य को रोकने की बात कही तो उन्हें गाली-गलौज का सामना करना पड़ा। वट वृक्ष के काटे जाने से ग्राम पंचायत के पंचगण और बड़ी संख्या में ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि, वट वृक्ष भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। यह पेड़ न केवल छाया और ऑक्सीजन प्रदान करता है बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे पवित्र वृक्ष को कटवाना न केवल पर्यावरण के खिलाफ है बल्कि आस्था पर भी चोट है।
दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश जताते हुए दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने एसडीएम अभनपुर को ज्ञापन भी सौंपा है और कहा कि, यदि कार्यवाही नहीं हुई तो उनके द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर ग्राम पंचायत के पंचगण और ग्रामवासीयो ने स्थानीय पुलिस थाना में लिखित आवेदन देकर शिकायत भी दर्ज कराई है। ग्रामीणों की मांग है कि, प्रशासन इस घटना की गहन जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे, ताकि पुनः इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
