मोहला के जंगल में बाघ की दस्तक: लौटकर शिकार को दोबारा खाया, ट्रैप कैमरे में हुआ कैद

बाघ और उसका पंजा
एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के जंगल से नक्सलवाद की समाप्ति के बाद जंगली जानवरों के साथ-साथ अब जंगल के राजा शेर की स्वतंत्र चहलकदमी सामने आई है। औधी क्षेत्र के नवागढ़ कक्ष क्रमांक 1080 में टाइगर ट्रैप कैमेरा में कैद हुआ। इसके साथ ही शेर ने जिस गाय का शिकार किया था, उसे पुनः दूसरे दिन पहुंचकर पूरा खा गया। डीएफओ दिनेश पटेल के निर्देश में शेर से आम ग्रामीणों को सतर्क रहने फॉरेस्ट अमला फरमान जारी किए हुए है।
मिली जानकारी अनुसार, मानपुर विकासखंड के औधी तहसील के नवागढ़ के ग्रामीणों की सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम को एक वन्य जीव टाइगर की खबर मिली। सूचना मिलते ही डीएफओ दिनेश पटेल के निर्देश में वन अमला एक्टिव हुआ। मुआयना के दौरान घटनास्थल से बाघ द्वारा शिकार किया गया मृत गाय के साथ पद चिन्ह बरामद किया गया।

बाघ शिकार के लिए लौटेगा वापस
फॉरेस्ट विभाग ने ग्रामीणों को बाघ से किसी प्रकार की छेड़छाड़ ना करने और अकेले जंगल नहीं जाने की हिदायत दी है। इधर गाय को बाघ के द्वारा आधा निवाला बनाए जाने के बाद वन विभाग को आशंका था कि, बाघ दोबारा छोड़े गए शिकार के लिए वापस लौटेगा। उस जगह पर फॉरेस्ट विभाग ने ट्रैपिंग कैमेरा लगाया हुआ था, जिसमें बाघ की तस्वीरें कैद हुई हैं।
कैमरे में कैद हुआ बाघ
जिले में जंगली हाथियों के दंगल के साथ-साथ तेंदुआ, भालू, जंगली सूअर, लोमड़ी, लकड़बग्घा का आबादी में विचरण के साथ-साथ इनके द्वारा शिकार करने की खबरे मिलती रहती है। इस बार औधी क्षेत्र के नवागढ़ में बाघ होने की पुष्टि हुई है। डीएफओ दिनेश पटेल के निर्देश में जान माल की रक्षा के लिए वन विभाग की तरफ से सतर्कता बरतने मुनियादी करने के साथ-साथ हर हाल में शेर को जंगल मे स्वतंत्र रखने फॉरेस्ट अमले ने पूरी ताकत झोंक दी है। डीएफओ दिनेश पटेल ने हरिभूमि को जानकारी देते हुए बताया कि, जिस जगह पर शेर ने गाय पर हमला किया है उक्त स्थान पर ट्रैप कैमरा लगाया गया था, जिसमें चहलकदमी करते हुए बाघ कैद हुआ है।
