विधायक रिकेश सेन का मानवीय चेहरा: पटाखे में झुलसे बालक के इलाज की ली जिम्मेदारी, पिता ने लगाई थी मदद की गुहार

पटाखे में झुलसे बालक के इलाज की ली जिम्मेदारी, पिता ने लगाई थी मदद की गुहार
X

पटाखे में झुलसे बालक का विधायक रिकेश सेन करायेंगे इलाज

वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने पटाखे में झुलसे बालक के इलाज की पूरी जिम्मेदारी ली है। सेन से बालक के पिता ने मदद की गुहार लगाई थी।

भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ के वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने हेमचंद्र के भी उपचार की पूरी जिम्मेदारी ली है। विधायक रिकेश सेन से झुलसे बालक के पिता चरणदास ने फोन पर बात कर मदद की गुहार लगाई थी। जिसके बाद सेन ने तत्काल पहल कर हेमचंद्र को सेक्टर-9 हॉस्पिटल की बर्न युनिट में एडमिट करवा चिकित्सकों से फोन पर चर्चा भी की।

विधायक सेन ने चरणदास को आश्वस्त किया कि, हेमचंद्र जल्दी ठीक होगा और कुशल रूप से घर लौटेगा। हेमचंद्र के उपचार का पूरा खर्च विधायक स्वयं वहन करेंगे। आपको बता दें कि 7 वर्षीय हेमचंद्र वैशाली नगर विधानसभा के वार्ड-1 खमरिया गांव में रहता है। उसके पिता चरणदास महार और मां रागिनी सब्जी विक्रेता हैं और इसी आमदनी से परिवार का पालन पोषण होता है।

बालक के पिता ने विधायक से लगाई थी गुहार
गोवर्धन पूजा के दिन पटाखे जलाते समय हेमचंद्र का चेहरा बुरी तरह झुलस गया। उसे सेक्टर 9 बर्न यूनिट में एडमिट किया गया है। हेमचंद्र महार स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का विद्यार्थी है। गोवर्धन पूजा के दिन पटाखा फोड़ते वक्त अनार के फट जाने से वह बुरी तरह झुलस गया। हेमचंद्र के माता-पिता ने कल अभिषेक यादव के उपचार में मदद का समाचार देखा और विधायक रिकेश सेन से बच्चे के उपचार में आ रही आर्थिक अड़चन बताते हुए उनसे मदद की गुहार लगाई।

विधायक रिकेश सेन ने की तत्काल मदद
सेन ने तत्काल चरणदास और रागिनी को आश्वस्त करते हुए डाक्टर्स से फोन पर बात की। विधायक ने कहा कि हेमचंद्र के बेहतर उपचार के लिए रूपयों की कमी नहीं होगी, उसे शीघ्र स्वस्थ कर घर भेजें, जो उपचार का खर्च होगा वो स्वयं वहन करेंगे। इस दौरान सेन ने पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र के बर्न युनिट विशेषज्ञ चिकित्सकों से फोन पर चर्चा की।

बालक का बेहतर इलाज जारी है - विधायक रिकेश सेन
विधायक रिकेश सेन ने कहा कि, भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल के एडवांस बर्न केयर डिपार्टमेंट में छत्‍तीसगढ एवं सेल का पहला स्किन बैंक है। इस स्कीन बैंक से गंभीर रूप से जले मरीजों को नया जीवन मिल सकेगा। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ में कैडेवरिक टिशु ट्रांसप्लांट का भी जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र पहला संस्थान बन गया है। इस हॉस्पिटल से अभिषेक यादव और हेमचंद्र का झुलसा चेहरा बहुत जल्द‌ ठीक हो जाएगा। उनका बेहतर उपचार जारी है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story