कृषि में तकनिकी क्रांति की दिशा में बड़ा कदम: डॉ. श्वेता झील जायसवाल को मिला एआई संचालित मृदा विश्लेषण यंत्र का पेटेंट

कृषि में तकनिकी क्रांति की दिशा में बड़ा कदम
X

डॉ. श्वेता झील जायसवाल 

छत्तीसगढ़ की डॉ. श्वेता झील जायसवाल को उनके अभिनव आविष्कार ‘पोर्टेबल एआई संचालित मृदा स्वास्थ्य विश्लेषण एवं अनुशंसा उपकरण’ के लिए भारत सरकार से पेटेंट मिला है।

राहुल यादव- लोरमी। छत्तीसगढ़ की डॉ. श्वेता झील जायसवाल ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है। उन्हें उनके अभिनव आविष्कार 'पोर्टेबल ए.आई. संचालित मृदा स्वास्थ्य विश्लेषण एवं अनुशंसा उपकरण' के लिए भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय से पेटेंट प्राप्त हुआ है।

यह स्मार्ट यंत्र मिट्टी की नमी, तापमान, पीएच मान और पोषक तत्वों (नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम) का तुरंत विश्लेषण कर किसानों को सटीक रिपोर्ट देता है, जिससे स्मार्ट फार्मिंग को बढ़ावा मिलेगा।




पहले भी हो चुकी हैं सम्मानित
इस परियोजना में कृषि अधिकारी अभय पाल ने सहयोग किया। डॉ. श्वेता पिछले दो दशकों से शोध और शिक्षा में सक्रिय हैं, तथा उन्हें पहले भी ‘द प्रोग्रेस ग्लोबल अवार्ड (IIT भिलाई)’ से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने पति झील जायसवाल, जनगणना अधिकारी (कलेक्टर कार्यालय बिलासपुर) को दिया है। डॉ. श्वेता का यह आविष्कार भारतीय कृषि में तकनीकी क्रांति का नया अध्याय खोलने जा रहा है।

अंबालिका पटेल को 'छत्तीसगढ़ गौरव' सम्मान
वहीं कुछ सप्ताह पूर्व बेमेतरा जिले में बेरला विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला साल्हेपुर की प्रधानपाठक अंबालिका पटेल को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान, नवचारपूर्ण गरिविधियों और नेतृत्व क्षमता के लिए यह सम्मान दिया गया। यह सम्मान शिक्षक कला प्रतिभा अकादमी, जो छत्तीसगढ़ शासन से पंजीकृत एक प्रतिष्ठित संस्था है। जिसके माध्यम से स्व. कामरेड नरेंद्र सिंह की स्मृति में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

शिक्षा की गुणवत्ता और नवाचार का बनीं उदाहरण
इस समारोह में अंबालिका पटेल को प्रतिक चिन्ह और सम्मान पत्र प्रदान किया गया। उन्हें यह सम्मान विद्यालय के सुव्यवस्थित संचालन, विद्यार्थियों की प्रतिभा संवर्धन, अनुशासन, जनभागीदारी और सामुदायिक सहयोग के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया। उनके प्रयासों से साल्हेपुर शाला शिक्षा की गुणवत्ता और नवाचार का उदाहरण बन चुकी हैं।

शिक्षकों और समजसेवियों को सम्मानित कर मनोबल बढ़ाने का उद्देश्य
शिक्षक कला प्रतिभा अकादमी का उद्देश्य शिक्षा, साहित्य, सामाजिक सेवा, नारी सशक्तिकरण, कला और लोक संस्कृति संरक्षण जैसे क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों और समजसेवियों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाना है। अंबालिका पटेल के इस सम्मान से विद्यालय परिवार के साथ पूरे बेरला विकासखंड और बेमेतरा जिले में ख़ुशी और गर्व का माहौल है। शिक्षा विभाग, ग्रामवासी, अभिभावक और सहकर्मी शिक्षकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके प्रेरणादायक कार्यों की सराहना की।

यह सम्मान मेरे लिए गर्व के साथ एक नई जिम्मेदारी का प्रतिक- अंबालिका
सम्मान प्राप्त करने के बाद अंबालिका पटेल ने कहा कि, यह सम्मान मेरे लिए गर्व के साथ एक नई जिम्मेदारी का प्रतिक है। मैं शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, गुणवत्ता और सर्वांगीण विकास के लिए और अधिक समर्पण के साथ कार्य करती रहूंगी।

इस अवसर पर ये रहे उपस्थित
इस सम्मान समारोह का आयोजन 11 अक्टूबर, शनिवार को विमतारा, इंद्रावती कॉलोनी, शांति नगर, रायपुर में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव, नगर निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे और महिला जाग्रति मंच नई दिल्ली की राष्ट्रिय सचिव निधि चंद्राकर सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपथित रहे।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story