'सखी' वन स्टॉप सेंटर की सराहनीय पहल: सड़कों पर भटक रही विक्षिप्त युवती को पहुंचाया गया मानसिक उपचार केंद्र

सड़कों पर भटक रही विक्षिप्त युवती को पहुंचाया गया मानसिक उपचार केंद्र
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 मानसिक रूप से विक्षिप्त बीच वाली युवती 

मुंगेली जिले के लोरमी में स्थानीय नागरिकों की सजगता और सखी वन स्टॉप सेंटर की त्वरित कार्रवाई से मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती को सुरक्षित सहायता मिली।

राहुल यादव- लोरमी। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में लोरमी के वार्ड क्रमांक 8 में मानवता और संवेदनशीलता की एक मिसाल उस समय देखने को मिली है। जहां क्षेत्र में भटक रही एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती को स्थानीय लोगों की तत्परता से सुरक्षित मदद मिल सकी। युवती की असहाय स्थिति को देखकर वार्डवासियों ने बिना देर किए 'सखी वन स्टॉप' सेंटर को इसकी सूचना दी।

इस मामले की सूचना मिलते ही सखी सेंटर की टीम सुनीता दादावाणी और अलका मिश्रा मौके पर पहुंची। टीम ने युवती से संयम और संवेदनशीलता के साथ बातचीत कर उसे समझाइश दी और सुरक्षित रूप से सखी वन स्टॉप सेंटर लोरमी पहुंचाया। वहां युवती का प्राथमिक उपचार, काउंसलिंग और देखरेख की जा रही है।

मानवीय संवेदना और सहयोग की एक सकारात्मक मिसाल
प्रारंभिक देखभाल के पश्चात युवती के बेहतर उपचार को ध्यान में रखते हुए सखी सेंटर की टीम द्वारा उसे मानसिक अस्पताल सेंदरी रेफर किया गया, जहां अब उसका इलाज जारी है। इस पूरी कार्रवाई में स्थानीय नागरिकों की सजगता और सखी सेंटर की त्वरित कार्यप्रणाली की प्रशासन द्वारा सराहना की गई है। यह घटना समाज में मानवीय संवेदना और सहयोग की एक सकारात्मक मिसाल बनकर सामने आई है।

ITBP जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल
वहीं एक दिसंबर को नारायणपुर जिले के दुर्गम अबूझमाड़ क्षेत्र में रविवार सुबह एक बड़ा वन्यजीव हमला हुआ। ग्राम हरबेल निवासी गाओ पोटाई पर जंगल में भालू ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की 44वीं बटालियन सक्रिय हो गई।

COB जटलूर को मिली सूचना, तुरंत निकली रेस्क्यू टीम
सुबह जैसे ही COB जटलूर को घटना की जानकारी मिली, एक त्वरित रेस्क्यू टीम को तुरंत मौके के लिए रवाना किया गया। कठिन जंगलों और उबड़-खाबड़ रास्तों के बावजूद जवान जल्द ही घटनास्थल पहुँचे और घायल ग्रामीण को सुरक्षित जटलूर कैंप तक लेकर आए।

ITBP मेडिकल टीम ने दिया प्राथमिक उपचार
जटलूर कैंप पहुँचने के बाद ITBP के मेडिक सोहन लाल, काशीदेव दर्शन् और विकास कुमार ने घायल गाओ पोटाई को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया। समय रहते मिले उपचार से उसकी हालत स्थिर हुई।

एम्बुलेंस मंगाकर स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया गया
कम्पनी कमांडर शैलेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए थाना ओरछा से तुरंत एम्बुलेंस मंगाई गई। ITBP के 12 जवानों ने मिलकर ग्रामीण को स्वास्थ्य केंद्र ओरछा तक सुरक्षित पहुँचाया, जहाँ उसका इलाज जारी है।

अबूझमाड़ के दुर्गम क्षेत्रों में ITBP की निरंतर सहायता
अधिकारियों ने बताया कि ITBP दुर्गम अबूझमाड़ क्षेत्र में ग्रामीणों को सुरक्षा, आपातकालीन सहायता, और मानवीय सेवा उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम कर रही है। उनकी तेजी और संवेदनशीलता ने एक बार फिर एक ग्रामीण की जान बचाई।

ग्रामीणों ने की ITBP की सराहना
इस त्वरित और मानवीय रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने ITBP टीम की जमकर सराहना की और कहा कि ऐसे क्षेत्रों में ITBP ही आम लोगों का सबसे बड़ा सहारा है।

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