गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व: नगर कीर्तन करते हुए निकाली गई प्रभात फेरी, डिप्टी सीएम साव ने की अरदास

गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व
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डिप्टी सीएम साव अरदास करते हुए 

लोरमी में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पांच दिवसीय प्रभात फेरी का समापन भव्य नगर कीर्तन के साथ हुआ। उपमुख्यमंत्री अरुण साव धर्मपत्नी संग गुरुद्वारा पहुंचे।

राहुल यादव- लोरमी। छत्तीसगढ़ के लोरमी में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर पांच दिवसीय प्रभात फेरी का समापन आज भव्य नगर कीर्तन के रूप में हुआ। नगर कीर्तन में श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर गुरु के प्रति अपनी अटूट भक्ति व्यक्त की।

पुरुष श्रद्धालु सफेद कुर्ता–पायजामा और पीली पगड़ी में, वहीं महिलाएं सफेद सूट और पीली चुन्नी में नजर आईं। गुरु की बाणी से गूंजते नगर का वातावरण भक्ति रस में डूब गया। दोपहर में गुरुद्वारा परिसर में आयोजित गुरु का अटूट लंगर में सभी धर्मों के लोगों ने शामिल होकर माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया, जो सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बना। रात्रि में बच्चों द्वारा प्रस्तुत शबद कीर्तन और विशेष दरबार कार्यक्रम ने सबका मन मोह लिया।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव धर्मपत्नी संग पहुंचे गुरुद्वारा
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव अपनी धर्मपत्नी सहित गुरुद्वारा पहुंचे। जहां उन्होंने गुरु नानक देव जी के चरणों में अरदास कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की और प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन में गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष अनिल सलूजा, मीडिया प्रभारी आकाश सलूजा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।

श्रीराम कथा में पत्नी के साथ पहुंचे डिप्टी सीएम साव
वहीं लोरमी जिले में नगर के भव्य मानस मंच पर चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिवस में कथावाचक चिन्मयानंद बापू ने श्रीराम जन्मोत्सव की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम का अवतार जगत में मर्यादा, सत्य और नैतिकता की स्थापना के लिए हुआ था।

चिन्मयानंद बापू को भेंट की सबसे बड़ी बेर से बनी श्रीराम रंगोली की प्रति
चिन्मयानंद बापू ने बताया कि, जब सभी उपाय निष्फल हो जाएं, तब सतगुरु की शरण ही जीवन का सच्चा मार्ग है। जैसे राजा दशरथ ने गुरु वशिष्ठ की शरण लेकर श्रीराम के जन्म का आशीर्वाद पाया। उन्होंने कहा कि, श्रीराम भक्त और भक्ति की मर्यादा के प्रतीक हैं, और अन्याय-अत्याचार का अंत सदैव दुखद होता है, इसलिए जीवन में नीति और सत्य का मार्ग अपनाना चाहिए।

जहां विश्वास नहीं होता, वहां दुख स्थायी होता है- बापू
बापू ने प्रेम और विश्वास पर भी कहा कि, माता पार्वती श्रद्धा हैं और शिव विश्वास, जहां विश्वास नहीं होता, वहां दुख स्थायी होता है। विवाह के बाद चरित्र की मर्यादा बनाए रखना ही सच्ची भक्ति है।


उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी अपनी धर्मपत्नी के साथ पहुंचे
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव अपनी धर्मपत्नी मीना साव के साथ कथा श्रवण करने पहुंचे। उन्होंने चिन्मयानंद बापू के चरणों में प्रणाम कर आशीर्वाद लिया और विश्व की सबसे बड़ी बेर से बनी श्रीराम रंगोली की प्रति भेंट की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और भक्ति रस में डूबे रहे।

लोरमी का मानस मंच किसी तीर्थ से कम नहीं- साव
श्री साव ने कहा कि, लोरमी का मानस मंच किसी तीर्थ से कम नहीं, यह मंच 40 वर्षों से भक्ति और धर्म परंपरा का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि, यह मंच मैंने नहीं, लोरमी की जनता ने बनाया है। भगवान श्रीराम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसते हैं।

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