कुरूद के युवा किसान को डॉ. खूबचंद बघेल पुरस्कार: अपने खेतों को प्रयोगशाला बना डाला थनेन्द्र साहू ने, सुगंधित और औषधीय धान की करते हैं खेती

युवा किसान थनेन्द्र साहू
यशवंत गंजीर- कुरुद। छत्तीसगढ़ के कुरूद ब्लाक के युवा किसान थनेन्द्र साहू को राज्य स्तरीय स्तरीय कृषक अलंकरण डॉ. खूबचंद बघेल पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह पुरुष्कार उन्हें कल राज्योत्सव कार्यक्रम नवा रायपुर में सीएम विष्णुदेव साय एवं अन्य अतिथियों के हाथों से प्रदान किया जायेगा। वे पिछले सात सालों से गौ आधारित प्राकृतिक खाद के साथ सुगंधित और औषधीय धान की खेती कर रहे हैं।
ग़ौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के पश्चात पहली बार धमतरी जिले के किसान थनेन्द्र साहू को राज्य स्तरीय स्तरीय कृषक अलंकरण डॉ. खूबचंद बघेल पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। वे अपने खेत के मेड़ों पर दलहन, तिलहन फसल भी लेते हैं। विगत कई वर्षों से वे प्राकृतिक खाद जीवामृत, घनजीवामृत, कीटनाशक नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र और आग्नेयास्त्र घर पर ही तैयार करके उपयोग करते हैं। जिससे खेती में होने वाले कृषि लागत में कमी आती है और पर्यावरण पर दुष्प्रभाव भी कम प्रभाव पड़ता है।
खेत बना प्रयोगशाला, 160 किस्म के उगा चुके हैं धान
युवा किसान थनेन्द्र 4.16 हेक्टेयर रकबा में धान की खेती करते हैं। जिसमें सुगंधित धान नगरी, दूबराज, देवभोग, तुलसी मंजरी, जंवाफूल, कबीर भोग शामिल हैं। थनेन्द्र 33 साल के युवा किसान हैं, जो हथबंद गांव में करीब 160 तरह के धान की खेती कर चुके हैं। एक तरह से उन्होंने खेत को प्रयोगशाला की तरह बना दिया है। वहीं विशेष तौर से विगत सात वर्षों से औषधीय धान- रेड राईस, ब्लैक राईस की खेती कर रहे हैं, जिसकी बाजार में विशेष डिमांड है। उनके उत्पादित धान का विक्रय राज्य के साथ-साथ अन्य राज्यों में किया जा रहा है।

राज्य के बाहर भी है इनके उपज की डिमांड
जिले के साथ-साथ रायपुर, दुर्ग, बालोद और गरियाबंद जिले के किसान भी सम्पर्क कर इनके जैविक आदानों का उपयोग करते हैं। साथ ही पशुपालन एवं मशरूम उत्पादन के माध्यम से अतिरिक्त आय प्राप्त करते हैं। जैविक उत्पाद को कृषि विभाग एवं अन्य विभाग के माध्यम से मेला में स्टाल लगाकर विक्रय किया जाता है। मालूम हो कि राज्य एवं राज्य के बाहर आनलाईन चावल एवं धान के बीज भी विक्रय किया जाता है।
पूर्व सीएम डॉ. रमन भी थनेन्द्र को कर चुके हैं सम्मानित
विगत वर्षो में औषधीय धान की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए फार्म स्कूल का आयोजन भी कृषि विभाग में संचालित आत्मा योजनान्तर्गत किया गया है। जिसमें अन्य 25 कृषकों को भी प्रेरित किया गया। इस कार्य के लिए विकासखंड स्तर, जिला स्तर और राज्य स्तर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के द्वारा सम्मानित किया गया है। कृषि विभाग अन्तर्गत गांव में थनेन्द्र साहू द्वारा नव युवक कृषक अभिरूचि समूह का निर्माण कर युवा किसानों में प्राकृतिक एवं औषधीय धान की खेती के प्रति जागरूक कर प्राकृतिक एवं औषधीय धान की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।
