9 महीने में उधड़ गई सड़क: कोल्हेंनझरिया- सहलेश मार्ग के भीतर से झांकने लगी रेत-मुरुम

सड़क पर हुए कई गड्ढे
मयंक शर्मा। कोतबा- जशपुर। छत्तीसगढ़ के फरसाबहार विकासखंड के ग्राम पंचायत कोल्हेंनझरिया में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का हाल बेहाल हैं। यहां 9 माह में ही नवनिर्मित सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और सड़क गुणवत्ताहीन कार्य होने के कारण जर्जर हैं। इस भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। लोग कार्यवाही की मांग कर रहें हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क निर्माण कोल्हेंनझरिया सायपुर डीह से बालक माध्यमिक शाला कोल्हेंनझरिया होकर सहलेश पहुँच मार्ग तक किया गया है, जिसकी लंबाई 3 किलोमीटर है। जिसकी लागत लगभग 149.30 लाख यानी डेढ़ करोड़ के करीब है, जो एक बरसात में ही जगह-जगह दरक कर टूट गई हैं। इसके ठेकेदार सुनील कुमार अग्रवाल एल. एल.पी.रायगढ़ को बताया जा रहा हैं।
अधिकारियों से साठगांठ कर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली सड़के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। अधिकारियों से साठगांठ कर ठेकेदारों ने सड़क निर्माण में इस कदर अनियमितता बरती की डामर का रंग फीका होने से पहले ही सड़कें उखड़ने लगी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजनांतर्गत सड़क के बनने से वर्षो से जर्जर सड़क का अभिशाप झेल रहे लोगों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन उनकी यह खुशी तब काफूर हो गई जब सड़क बनने के चंद माह बाद ही यह सड़क उखड़ने लगी।
लोगों ने की कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने अधिकारियों से साठगांठ कर ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में की गई मनमानी की पोल पहली बारिश ने खोलकर रख देने का आरोप लगाया है। महज 3 किमी लंबी इस सड़क का कई हिस्सा गड्ढो में तब्दील हो गया है। स्थानीय निवासी रामलाल बैध,दुशासन चौहान,दसरथ राम सहित अन्य ग्रामीणों ने सड़क की इस दुर्दशा के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए इसकी जांच की मांग की है।
केंद्र सरकार ने आवागमन के बेहतरी के लिए बनाई है योजना
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्कता में सुधार करना है। इस योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण और सुधार किया जाता है। ताकि लोगों को आवागमन में आसानी हो और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। हालांकि, कई जगहों पर इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है और भ्रष्टाचार के कारण योजना की गुणवत्ता और प्रभावशीलता प्रभावित हो रही है। कुछ मामलों में सड़कों का निर्माण ठीक से नहीं हो पा रहा है या फिर सड़कें बनने के बाद जल्द ही खराब हो जा रही हैं।
अम्बाकछार से पंडरीपानी मार्ग भी चढ़ा लापरवाही भेंट
जशपुर जिले में जिले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अम्बाकछार से पंडरीपानी पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य उक्त ठेकेदार के द्वारा कराया गया है. लेकिन वह रोड़ भी भ्रष्टाचार और अनियमितता की भेंट चढ़ गई हैं। जिले के विभिन्न ग्रामों के सड़कों को मुख्यधारा में जोड़ने और आवागमन सहित स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और ग्रामीणों को आर्थिक सुधार के लिये किये जाने वाले यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर ठेकेदार और विभागीय अधिकारी पतीला लगा रहें है।
ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि इन मामलों की जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। योजना के तहत होने वाले कार्यों की गुणवत्ता की जांच की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि योजना का लाभ वास्तव में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे।
