कोतबा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रचेगी इतिहास: विमला कुजूर का एशिया मास्टर्स एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप के लिए हुईं चयनित

कोतबा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रचेगी इतिहास : विमला कुजूर का एशिया मास्टर्स एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप के लिए हुईं चयनित
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विमला कुजूर को लोगों ने किया रवाना 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विमला कुजूर का चयन 23वे एशिया मास्टर एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप के लिए हुआ है। लोगों ने रैली निकालकर बैंड- बाजे के साथ आत्मीय विदाई दी।

मयंक शर्मा। कोतबा-जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कोतबा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विमला कुजूर का चयन 23वे एशिया मास्टर एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप के लिए हुआ है। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विद्यालय कोतबा में कार्यक्रम आयोजित कर विमला कुजूर का उत्साहवर्धन कर भव्य स्वागत किया गया। जहाँ से बाजे गाजे ढोल नगाड़े के साथ शोभायात्रा निकाल खेलने के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया और समूचे नगर अग्रिम शुभकामनाएं दी।

आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता विमला कुजूर को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम चेन्नई में 5 से 9 नवंबर तक आयोजित होने वाले 23 वें एशिया मास्टर एथलेटिक्स चेम्पियनशिप 2025 में तीन विधाओं में खेलने के लिए चयनित हुई है। जहाँ ये हाई जम्प, लॉन्ग जम्प, ट्रिपल जम्प में भाग लेंगी। जहाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पूरे एशिया से 22 देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे। विमला कुजूर को यह सफलता कर्नाटक के बैंगलुरू में आयोजित राष्ट्रीय मास्टर एथलीटिक्स प्रतियोगिता में किये गए बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर मिला है।


मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जीते 3 गोल्ड मेडल
विमला ने हरिभूमि को बताया कि वह इस साल इस प्रतियोगिता में उंची कूद में शामिल हुई थी। इस प्रतियोगिता में विमला ने कांस्य पदक प्राप्त किया। इससे पहले वर्ष 2022 में गोवा में हुए मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में उन्होनें तीन गोल्ड मेडल प्राप्त करने में सफल रही थी। विमला कुजूर के इस प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें चैन्नई मेंआयोजित होने वाली अंर्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका अवसर दिया गया है। अपने चयन को लेकर विमला कुजूर काफी उत्साहित है। उन्होनें विश्वास जताया कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए,कोतबा नगर के साथ जशपुर जिले का नाम देश के लिए मेडल प्राप्त करने में जरूर सफल होगी। उनके चयनित होने से कोतबा नगर के गौरवशाली छड़ को यादगार बनाने के लिए सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

बच्चों के लिए प्रेरणा बनने का है सपना
विमला कुजूर ने अपने उद्बोधन में कहा कि सपनो को पूरा करने में उम्र कभी आड़े नही आती मेरा 44 साल की उम्र में खेलने का उद्देश्य आज के बच्चों के लिए प्रेरणा बनने का है। मैं देखती हूं कि आज के बच्चे मोबाइल गेम वीडियो सोशल मीडिया में ही अपना अधिकतम कीमती समय व्यतीत कर देते है। उन्हें खेल कूद और बाहरी दुनिया से दूरी बना ली है। मैं खेल कर अच्छा प्रदर्शन कर ये दिखाना चाहती हूं कि, मोबाइल गेम डिजिटल दुनिया के बाहर भी एक दुनिया है। जिसमे खेल कूद कर अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं। साथ ही स्वस्थ भी रह सकते हैं।

कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने दी शुभकामनाएं
कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने विमला कुजूर को खेलने के लिए प्रेरित कर जितने की शुभकामनाएं दी। जिसके बाद विद्यालय से बैंड बाजे के साथ पद यात्रा कर नगर हनुमान मंदिर से मुख्य मार्ग बस स्टैंड परशुराम चौक राम मंदिर पारा होते हुए बस स्टैंड से गाड़ी में बैठाकर हरि झंड़ी दिखाकर विदाई दी गई।

इन्होने स्वागत कर किया रवाना
संस्था के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के द्वारा नगर के गणमान्य नागरिक पार्षद सुदर्शन पटेल, परमानंद पैकरा, कुसुम पैकरा, सकीला कवर, महेश अग्रवाल, संतोष साहू, गोविंद साहू, सेवाल साय, श्याम सुंदर द्विवेदी, संस्था के शिक्षक शिक्षिकाएं छात्र छात्राओं व नगरवासियो ने विमला कुजूर को अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए फूल माला पहना कर स्वागत किया।

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