छत्तीसगढ़ में बड़ी लैंडस्लाइड: सतरेंगा-लेमरू मार्ग पर पहाड़ का बड़ा हिस्सा धसका, पत्थर-पेड़ गिरने से रास्ता बंद

लैंडस्लाइड से बाधित हुआ मार्ग
उमेश यादव - कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है। जहां सतरेंगा लेमरू मार्ग पर एक बड़ा ही भयानक हादसा हुआ है। पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा धसक गया है। सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर और पेड़ गिरने से मार्ग जाम हो गया है।
उल्लेखनीय है कि, इस हादसे से कोई भी जनहानि हो सकती थी पर गनीमत कोई अनहोनी नहीं हुई है। मार्ग के जाम होने से गोगदा घाट गढ़ उपरोड़ा मेन रोड बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ मे भूस्खलन हुआ है। मौके पर प्रशासन के आलाधिकारी पहुंचे।
कोरबा जिले में सतरेंगा-लेमरू मार्ग पर पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा धसका, जिससे बड़े-बड़े पत्थर और पेड़ भी गिर गए और आने-जाने का रास्ता बाधित हो गया। @KorbaDist #Chhattisgarh #Landslide pic.twitter.com/lTbjBn3mPR
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 4, 2025
ट्रक और टैंकर में जबरदस्त भिड़ंत
वहीं 1 अगस्त को बालोद जिले से एक भयानक सड़क हादसे की खबर सामने आई थी। जहां एक ट्रक भूसा भरने के लिए राइस मिल के बाहर खड़ी हुई थी। ट्रक और टैंकर में जबरदस्त भिड़ंत हुई है। इस सड़क हादसे में ट्रक ड्राइवर और हेल्पर की मौत हो गई। यह पूरी घटना पुरूर थाना क्षेत्र के फ़ागुन्दाह गांव की है।
ड्राइवर-हेल्पर की मौत
दरअसल, ट्रक ड्राइवर और हेल्पर ट्रक के सामने खड़े हुए थे। पीछे से अचानक टैंकर ने आ कर ट्रक को टक्कर मार दिया। जिसके कारण ट्रक ड्राइवर शैलेन्द्र ठाकुर और हेल्पर बुधलाल ढीमर दोनों की मौके पर मौत हो गई। वहीं ट्रक के साइड में खड़े तीन लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस ने टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आगे की कार्यवाही में जुटी है।
ट्रक ने तोड़ा 33 केवी का खंभा
वहीं बलौदा बाजार जिले के भाटापारा में गुरुवार की सुबह ग्राम पंचायत धुर्राबांधा के मोपका मार्ग पर सड़क हादसे कि खबर सामने आई थी। एक भारी ट्रक के द्वारा मेन लाइन 33 केवी का बिजली खंभा तोड़ दिया गया। इससे धुर्राबांधा, मोपका और निपनिया मार्ग पूरी तरह से आवागमन बंद हो गया था। जानकारी के अनुसार, घटना के बाद से ग्रामवासी बिजली और पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे। पीने के पानी की किल्लत ने ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ा दी थी। हालांकि बिजली विभाग को सूचित किया गया था।
ग्रामीणों ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की
बता दें, हादसे के बाद धुर्राबांधा, मोपका और निपनिया मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है। घंटों बीतने के बाद भी कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा था। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त था। ग्रामीणों ने शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू करने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की थी।
