खरोरा की गलियों में गड्ढे ही गड्ढे: पानी पाइप लाइन के लिए खोदकर जस की तस छोड़ दी गईं

खरोरा की गलियों में गड्ढे ही गड्ढे : पानी पाइप लाइन के लिए खोदकर जस की तस छोड़ दी गईं
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पानी पाइप लाइन डालने के लिए खोदी सड़क 

रायपुर से लगे खरोरा में पानी की समस्या गंभीर है, क्योंकि पाइप लाइन की मरम्मत के कारण आपूर्ति बाधित है।

भरत कुम्भकार- खरोरा । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे खरोरा में पानी की समस्या गंभीर है, क्योंकि पाइप लाइन की मरम्मत के कारण आपूर्ति बाधित है। पानी की समस्या को देखते हुए 2014-15 में तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक देव पटेल को इसकी जानकारी दी गई। विधायक देव पटेल ने कहा कि, उस समय के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से खरोरा विकास यात्रा के दौरान पानी की समस्या से निजात दिलाने की घोषणा की।

वहीं सत्ता परिवर्तन के बाद निष्क्रिय पडें कार्य को विभाग ने कार्रवाई करते भूपेश बघेल कांग्रेस शासन अनिता शर्मा ने कार्य को प्रारंभ कराया। इस बीच खरोरा नगर वासी लगभग 10 साल पानी के लिए संघर्ष करते दिखे अब जब कार्य प्रारंभ है तो अब आधे -अधुरे अनियमितता लिए पानी पाइप लाइन विस्तार नगरवासियों सिर दर्द बना हुआ है।


पाइन लाइन खुदाई से लोग परेशान
स्थानीय लोग सवाल उठा रहे कि, मजदूरों द्वारा बिछाये जा रहे पाइप लाइन विस्तार कितना सही है। वहीं इस सब के बीच लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इंजीनियर रानू दिनकर ने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया, जो लोगों के समझ से परे है। खरोरा में इन दिनों पाइन लाइन विस्तार को लेकर अच्छी खासी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इसका कारण नगर इन दिनों अव्यवस्थित पाइन लाइन खुदाई की है, जिसके चलते आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड रहा।

मजदूरों के भरोसे हो रहा पाइन लाइन कार्य
यह पाइन लाइन का कार्य मजदूर कर रहे है और अधिकारी नदारद है। सभी जगहों पर आधा- अधूरे कार्य और बगैर स्टीमेट हाथ में लिए खरोरा के आस-पास गांव के मजदूर काम कर रहे है। पूछे जाने पर कोई जवाब नहीं देते है। पाइन लाइन जहां बिछाया जा रहा है वह रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है। ताकि बिछाए गए पाइन लाइन का वातावरण सामान्य रहे। वहीं लीकेज होने पर खुदाई के दौरान पाइप का पता चल सके।

सीएम साय ने अधिकारियों की मनमानी को लेकर सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
बता दें कि, पिछले 15 साल से कार्य आदेश जारी होने के बाद भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अधिकारियों के मनमानी के चलते कार्य कराने दो -दो विधायक के पसीने छूट गए। इस दौरान 3से 4बार कार्य आदेश दर में बढोतरी कराते नगर पंचायत से प्रस्ताव कराया गया, जिसके कारण सरकार को करोड़ों का राशि नुकसान हुआ। इस संबंध में जब लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इंजीनियर रानू दिनकर से पूछा तो कहा कि, सब कुछ सही है। इसके बाद जब आपके वक्तव्य को समाचार में छापे जाने पर बयान से पलटते अभी ऑफिस स जाने और बाद में बात करने की बात कही। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों की मनमानी को लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

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