कवर्धा में खुला फोरेंसिक लैब: उद्घाटन कर डिप्टी सीएम शर्मा बोले- आपराधिक मामलों में सबूतों हो सकेगी सूक्ष्मता से जांच

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने शनिवार को राज्य की 5 वीं नई क्षेत्रीय फोरेंसिक लैब का शुभारंभ किया।
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फोरेंसिक लैब का उद्घाटन करते डिप्टी सीएम विजय शर्मा 

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने शनिवार को राज्य की 5 वीं नई क्षेत्रीय फोरेंसिक लैब का शुभारंभ किया।

संयज यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य की 5 वीं नई क्षेत्रीय फोरेंसिक लैब आज कवर्धा में स्थापित की गई। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने शनिवार को इसका शुभारंभ किया। यहां न सिर्फ कवर्धा जिला बल्कि बेमेतरा, मुंगेली और खैरागढ़ जिले के अपराधिक मामले में प्राप्त सबूत की सूक्ष्मतम से जांच हो सकेगी। फिंगरप्रिंट, हथियार से लेकर डीएनए तक की जांच अब संभव है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि अपराधों की जांच और न्यायिक प्रक्रिया को अधिक वैज्ञानिक व सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा है। इसी कड़ी में जिले में प्रदेश की 5 वीं क्षेत्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला की शुरुआत किया गया। जिसके कार्यालय के लिए जोराताल में 5 एकड़ जमीन भी मिल गया है। प्रदेश में स्थापित प्रयोगशालाओं का अब तक का अनुभव यह साबित कर चुका है कि, जहां वैज्ञानिक रिपोर्ट समय पर उपलब्ध होती है। वहां न्यायिक प्रक्रिया न केवल तेज होती है। बल्कि, अधिक पारदर्शी भी होती है।

तेजी से होगा सूक्ष्मतम साक्ष्यों का परीक्षण
उन्होंने आगे कहा कि, नव स्थापित प्रयोगशाला में आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता से घटनास्थलों से प्राप्त रक्त, डीएनए, बाल, रेशे, फिंगरप्रिंट, हथियार, गोली- बारूद और नशीले पदार्थों जैसे सूक्ष्मतम साक्ष्यों का परीक्षण त्वरित गति से होगा। वहीं पुलिस विवेचकों को वैज्ञानिक रिपोर्ट मिलने में होने वाली देरी समाप्त होगी।

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