'हमर मितान' सम्मान समारोह: मितानिन दीदियों को किया गया सम्मानित, विधायक भावना बोहरा बोलीं- समाज की आधारशिला हैं मितानिने

पंडरिया विधायक भावना वोहरा
संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में मितानिन दिवस के अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने ग्राम गैंदपुर के स्कूल मैदान में 'हमर मितान' सम्मान समारोह का आयोजन किया। जिसमें 600 से अधिक मितानिन बहनों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और निःस्वार्थ कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।बड़ी संख्या में मितानिन दीदी, भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।
विधायक ने कहा कि, मितानिन बहनें केवल स्वास्थ्य कार्यकर्ता नहीं, बल्कि समाज की आधारशिला हैं। प्रसव, टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बुजुर्गों के स्वास्थ्य परीक्षण से लेकर महामारी जैसे कठिन समय में सबसे पहले आगे बढ़कर सेवा देने वाली यही मितानिनें हैं। इनकी सेवा भावना, धैर्य और निरंतरता ने ग्रामीण समाज में स्वास्थ्य के प्रति सोच बदली है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार मितानिनों के प्रशिक्षण, मानदेय, उपकरण और डिजिटल सुविधाओं को सुदृढ़ कर रही है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएँ अंतिम व्यक्ति तक बेहतर तरीके से पहुँच सकें।
कवर्धा जिले में मितानिन दिवस के अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने ग्राम गैंदपुर के स्कूल मैदान में 'हमर मितान' सम्मान समारोह का आयोजन किया। @KabirdhamDist #Chhattisgarh @BhawnaBohrabjp pic.twitter.com/kqwBCvQCeX
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 24, 2025
115 आदिवासियों की घर वापसी
वहीं 11 नवंबर कवर्धा जिले के पंडरिया विधानसभा से भाजपा की विधायक भावना बोहरा के प्रयासों से वनांचल क्षेत्र के 115 आदिवासी भाई-बहनों ने अपने मूल धर्म में वापसी की है। ये परिवार अब अपनी सांस्कृतिक जड़ों से पुनः जुड़ाव महसूस करेंगे। घर वापसी का यह आयोजन ग्राम नेऊर स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में आयोजित जनजाति गौरव सम्मान एवं अभिनंदन समारोह के नाम से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में विधायक भावना बोहरा ने घर वापसी करने वाले सभी लोगों के पैर पखारकर स्वागत व अभिनंदन किया।
कुछ माह पूर्व 70 लोगों की हुई थी घर वापसी
इस अवसर पर ग्राम नेऊर, अमनिया, अमलीटोला, महिडबरा, खैरहापारा, कांदावानी, डफरपानी, दमगढ़, सारपानी, दमगढ़ (मौहापानी) और बिरहुलडीह सहित कई गांवों के आदिवासी परिवारों ने अपने मूल धर्म में प्रवेश किया। ज्ञात हो कि, कुछ माह पूर्व भी विधायक बोहरा के प्रयासों से 70 लोगों की घर वापसी हुई थी।
घर वापसी केवल धार्मिक आयोजन नहीं : भावना
विधायक भावना बोहरा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, घर वापसी केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय अस्मिता और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा का संकल्प है। उन्होंने कहा कि, आदिवासी समाज हमारी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का संवाहक है। भाजपा सरकार जनजातीय समाज के सशक्तिकरण, सम्मान और सुविधा के लिए निरंतर कार्य कर रही है।उन्होंने धर्मांतरण की गतिविधियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, कुछ तत्व भोले-भाले आदिवासी समाज को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार उनके मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी।
सरकार चला रही है आदिवासी उत्थान के लिए अनेक योजनाएं : भावना
विधायक बोहरा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आदिवासी समाज के उत्थान के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। पीएम जन-मन योजना के माध्यम से वनांचल क्षेत्रों में सड़क, आवास, बिजली और स्वच्छ पेयजल की सुविधा पहुंचाई जा रही है।
पंडरिया विधानसभा में अब तक 3000 से अधिक पीएम आवास स्वीकृत हुए हैं, 100 किलोमीटर से अधिक पक्की सड़कें बन चुकी हैं और जनजातीय परिवारों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आदिवासी समाज को सम्मानजनक स्थान दिलाने का कार्य किया है। आज देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज से आने वाली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी, प्रदेश के आदिवासी मुख्यमंत्री और समाज के प्रतिनिधित्व से यह सम्मान और सशक्तिकरण स्पष्ट दिखाई देता है।फ़ैमिली गेम
समाजसेवी हरीश लुनिया ने भावना के प्रयासों को सराहा
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी हरीश लुनिया ने विधायक भावना बोहरा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, उन्होंने पंडरिया विधानसभा में लगातार शिक्षा, स्वास्थ्य, सशक्तिकरण और जनसेवा के क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किया है। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष राजेन्द्र चंद्रवंशी ने भी इस पहल को आदिवासी समाज के उत्थान के लिए सार्थक कदम बताया। कार्यक्रम में बैगा जनजाति समाज के वरिष्ठजन, भाजपा के विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, नगर पालिका एवं जनपद सदस्य, सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता और क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
